मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पर्यटक स्थल मसूरी में स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यकम के दौरान सीएम धामी ने मसूरी में अपने प्राणो का बलिदान देने वाले राज्य आंदोलनकारियों के परिजनों को सम्मानित भी किया।
सीएम धामी ने कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा, कि राज्य आंदोलनकारियों के बलिदान और समर्पण की वजह से ही हमें उत्तराखंड राज्य की प्राप्ति हुई। उत्तराखंड राज्य आंदोनकारियों ने जिस उद्देश्य से अलग राज्य की गठन की मांग की थी, उसके अनुरूप ही राज्य को आगे बढ़ाने के लिए सरकार प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री धामी ने अपने ट्विटर संदेश में लिखा, “आज मसूरी गोलीकांड की 28वीं बरसी पर शहीद राज्य आंदोलनकारियों की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सीएम धामी ने कहा, कि आन्दोलनकारियों ने जिस उद्देश्य से पृथक राज्य की मांग की थी, उसके अनुरूप राज्य के निर्माण के लिए सरकार पूर्णतः प्रतिबद्ध है।”
आन्दोलनकारियों ने जिस उद्देश्य से पृथक राज्य की मांग की थी, उसके अनुरूप राज्य के निर्माण के लिए सरकार पूर्णतः प्रतिबद्ध है। इस दौरान मेरे साथ कैबिनेट मंत्री श्री @ganeshjoshibjp जी व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। pic.twitter.com/82wx4GV1Tn
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 2, 2022
सीएम धामी ने कहा, कि उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए अगले दस सालों का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। 2025 में उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाएगा, उस वक्त तक सभी विभागों को लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने कहा, कि मसूरी में गढ़वाल सभा के भवन निर्माण के लिए 1.50 करोड़ रुपये की मंजूरी दी जा चुकी है। इसके लिए और धनराशि की जरुरत होगी, तो वह भी दी जाएगी।
सीएम धामी ने कहा, कि उत्तराखंड राज्य आंदोलन में हमारी माताओं और बहनों का अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान रहा है। सीएम धामी ने कहा, कि प्रदेश की महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण के लिए पुरजोर पैरवी की जाएगी, और इसके लिए प्रदेश सरकार सर्वोच्च न्यायालय जाने की तैयारी कर रही है। राज्य आंदोलनकारियों के क्षैतिज आरक्षण का परीक्षण कर उचित समाधान निकाला जाएगा।