उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ज्ञानवापी प्रकरण काशी विश्वनाथ मंदिर पर दो टूक जवाब देते हुए एक इंटरव्यू के दौरान स्पष्ट किया, कि अगर उसे मस्जिद कहेंगे, तो फिर विवाद होगा। सीएम योगी ने कहा, कि मस्जिद के अंदर त्रिशूल क्या कर रहा था। मुझे लगता है, कि भगवान ने जिसको दृष्टि दी है, वो देखे ना त्रिशूल मस्जिद के अंदर क्या कर रहा है, हमने तो नहीं रखा है ना। ज्योर्तिलिंग है देव प्रतिमाएं हैं। दीवारें चिल्ला-चिल्लाकर क्या कह रही है?
मुख्यमंत्री योगी ने एएनआई (ANI) के पॉडकास्ट में अपनी बात रखते ज्ञानवापी को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, कि मुझे लगता है कि ये प्रस्ताव मुस्लिम समाज की तरफ से आना चाहिए, कि ऐतिहासिक गलती हुई है और उस गलती के लिए हम चाहते हैं समाधान हो।
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— ANI (@ANI) July 31, 2023
ANI की एडिटर स्मिता प्रकाश द्वारा पूछे गए एक अन्य सवाल पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, देश संविधान से चलेगा, मत और मजहब से नहीं। उन्होंने कहा, देखिए मैं ईश्वर का भक्त हूँ, लेकिन किसी पाखंड में विश्वास नहीं करता। आपका मत और मजहब अपने तरीके से होगा। अपने घर में होगा। आपके मस्जिद, इबादतगाह तक होगा। सड़क पर प्रदर्शन करने के लिए नहीं और आप किसी दूसरे पर नहीं थोप सकते है। देश में किसी को रहना है, तो उसे राष्ट्र को सर्वोपरि मानना होगा अपने मत और मजहब को नहीं।
Desh mein kisi ko rehna hai to rashtra ko sarvopari manna hoga, apne mazhab ko nahi- Yogi Adityanath#YogiAdityanath #ANIPodcastwithSmitaPrakash #Podcast
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— ANI (@ANI) July 31, 2023
CM योगी ने I.N.D.I.A गठबंधन पर भी निशाना साधाते हुए कहा, ‘कुछ लोग देश में इसी तरह से सत्ता में आकर जबरन पूरी व्यवस्था को कैद करना चाहते हैं।’ सीएम योगी ने आगे कहा, कि बंगाल के पंचायत चुनाव में हुई , लेकिन हिंसा पर कोई बोलने को तैयार नहीं है। विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं को मारा गया। उन्होंने कहा, कि जो लोग लोकतंत्र की हत्या करने पर तुले हुए है, वहीं लोकतंत्र का ढिंढोरा पीट रहे है। बंगाल हिंसा जैसी घटनाएं आंखें खोल देने वाली है।