घुटने की चोट के कारण लगभग तीन महीने तक टीम इंडिया से बाहर रहे रविंद्र जडेजा ने मोहाली में चल रहे भारत-श्रीलंका टेस्ट मैच में धुआँधार पारी खेलकर सबको हैरान कर दिया है। इससे पहले रवींद्र जडेजा ने श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज में वापसी करते हुए पांचवे क्रम पर अच्छी बल्लेबाजी की, और अब पहले टेस्ट में सातवे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 175 रन की शानदार पारी खेली। हालाँकि रवींद्र जडेजा द्वारा मैच में दोहरा शतक जड़ने से पहले कप्तान रोहित शर्मा ने पहली पारी घोषित कर दी।
2004 में तेंदुलकर, 2022 में रवींद्र जडेजा
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा के इस निर्णय को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यूजर्स भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ को जमकर कोस रहे है। यूजर्स का कहना है, कि ये पहली बार नहीं है, जब किसी भारतीय क्रिकेटर के दोहरे शतक के बहुत नजदीक पहुंचने के बाद भी उसे रोक दिया गया हो। यही सीन दुनिया के क्रिकेट प्रेमियों ने साल 2004 में उस वक्त देखा था, जब मुल्तान टेस्ट के दौरान राहुल द्रविड़ ने सचिन तेंदुलकर के नाबाद 194 रन बनाने के बावजूद पारी को घोषित कर दिया था।
#INDvSL
Ravindra Jadeja isn't allowed another 25 run to complete his 200, unbeaten inngs 175*(228)
It's completely wrong. why Hitman, why ?
Post tea jaddu ko 4-5 over khelne de dete yaar ?
In 1994 sachin
In 2022 jadeja
Rahul dravid is involved in both case. #jadeja#dravid pic.twitter.com/0IQM4f7828— Baidyanath kumar✳️ (@imbkumargupta) March 5, 2022
क्रिकेट फैंस ने कहा – रोहित का ये फैसला कोच द्रविड़ से प्रेरित
सोशल मीडिया पर यूजर्स अब उसी वाकये को याद कर करके कप्तान रोहित शर्मा को द्रविड़ और रविंद्र जडेजा को सचिन तेंदुलकर बता रहे हैं। क्रिकेट प्रेमियों का मानना है, कि यदि मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा 574 पर पारी घोषित नहीं करते तो जडेजा निचलेक्रम पर बल्लेबाजी करते हुए दोहरा शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन जाते। सोशल मीडिया पर यूजर्स का कहना है, कि टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा का यह निर्णय मुख्य कोच राहुल द्रविड़ से प्रेरित है।
Not the first time a player isn't allowed to score a 200 when dravid sir is in dressing room?#Dravid#Jadeja#INDvsSL pic.twitter.com/tGcehKUWce
— The Practical Guy (@_Beingpractical) March 5, 2022
सोशल मीडिया पर राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा को क्रिकेट प्रेमियों द्वारा रचनात्मक तरीके से जमकर ट्रोल किया जा रहा है। क्रिकेट फैंस अपना तर्क प्रस्तुत करते हुए बता रहे है, कि जब सचिन तेंदुलकर को दोहरा शतक बनाने से जब रोका गया था, तब द्रविड़ कप्तान थे और वर्तमान में जब जडेजा का दोहरा शतक के नजदीक पहुंचने के बाद रोका गया, तो वे टीम के मुख्य कोच है। यूजर्स पूछ रहे है, कि जब कोई खिलाड़ी दोहरा शतक बनाने के नजदीक होता है, तब क्यों द्रविड़ पारी घोषित क्यों कर देते है।