देशभर में ट्रेनों को निशाना बनाने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी बीच यूपी के कानपुर जिले में एक और ट्रेन को पलटाने की साजिश रची गई है। अनवरगंज-कासगंज रूट पर कानपुर से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस (14117) रविवार रात को पलटने से बच गई। ट्रैक पर भरा हुआ सिलिंडर रखा गया था। इसके अलावा, कांच की बोतल, माचिस, मोमबत्ती और एक संदिग्ध झोला मिला है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कानपुर में पटरी पर सिलेंडर रखकर ट्रेन को पलटने की साजिश सामने आई है। कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस पटरी पर रखे गए एलपीजी से सिलेंडर से टकराई और रुक गई। गनीमत रही, कि इस हादसे में जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
जानकारी के अनुसार, हरियाणा के भिवानी से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जा रही कालिंदी एक्सप्रेस (14723) कानपुर में अनवरगंज-कासगंज रूट पर रविवार (8 अगस्त, 2024) को पटरी पर रखे सिलेंडर से टकराई, इसके बाद तेज धमाका हुआ। लोको पायलट ने इसके बाद तत्काल आपातकालीन ब्रेक लगा दिए। इससे ट्रेन जहाँ की तहाँ रुक गई।
लोको पायलट ने बताया, कि उसे पटरी पर कोई संदिग्ध वस्तु दिखी, हालाँकि जब तक वह ब्रेक लगाए गए, तब तक उससे टक्कर हो गई और तेज धमाके की आवाज हुई। घटनास्थल पर पहुँची पुलिस को जाँच के दौरान मौके पर एलपीजी सिलेंडर मिला। इसके आसपास एक पेट्रोल की बोतल और माचिस भी मिली। इस घटना के बाद पुलिस और आरपीएफ ने जाँच के बाद ट्रेन को रवाना किया।
मामले की जाँच के लिए फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया है। पुलिस ने बताया है, कि सिलेंडर को ट्रेन की पटरी पर ही रखा गया था जो हादसे के दौरान रगड़ खा गया। हालांकि हालांकि सिलिंडर की मजबूती ने साजिशकर्ताओं के मंसूबो को असफल कर दिया। सूचना पर देर रात मौके पर पहुंचे एडिशन सीपी हरीश चंदर ने बताया, कि रात साढ़े आठ बजे घटना की जानकारी रेलवे की तरफ से मिली थी।
दिनांक-08.09.2024 को समय लगभग-20.30 बजे एक ट्रेन जो प्रयागराज से भिवानी की तरफ जाती है वह इस रूट से गुजर रही थी ट्रैन ड्राइवर को एक सिलेन्डर दिखा। जिसकी रेलवे अथॉरिटी द्वारा सूचना पुलिस को दी गई, उच्चाधिकारीगण व फोरेन्सिक टीम मौके पर मौजूद है। घटना स्थल के निरीक्षक एवं अन्य… pic.twitter.com/TOkTYkNhqm
— POLICE COMMISSIONERATE KANPUR NAGAR (@kanpurnagarpol) September 8, 2024
उन्होंने बताया, कि ट्रैक पर भरा सिलिंडर रख ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिश रची गई थी। रेलवे, आरपीएफ और पुलिस अधिकारियों को घटनास्थल से सिलिंडर के अलावा कांच की बोतल, माचिस और झोला मिला। झोले में बारूद जैसी कोई सामग्री थी, वहीं बोतल में ज्वलनशील पदार्थ तरल पदार्थ था, जिसकी जांच की जा रही है।
बता दें, कि बीते कुछ समय में कई ऐसी घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई है, जिनमें सुनियोजित षड्यंत्र के तहत ट्रेन की पटरी पर ऐसे सामान रखे गए, जिनसे ट्रेन के पलटने का खतरा हो सकता था। इससे पहले 17 अगस्त, 2024 को कानपुर में ही साबरमती एक्सप्रेस के साथ भी दुर्घटना हुई थी। इस हादसे में 17 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस घटना के बाद लोको पायलट ने बताया था, कि किसी चीज से यह ट्रेन टकराई, जिसके बाद हादसा हुआ।