मुस्लिम आक्रमणकारियों द्वारा राष्ट्र की संस्कृति को तहस नहस करने का प्रयास और उनके शासन काल में हिन्दू समाज पर हुए असहनीय अत्याचारों से वर्तमान में सभी भली भांति परिचित हो चुके है, किन्तु आज मुस्लिम शासको के क्रूर इतिहास को महिमामंडित और मुस्लिम वोटो की राजनीती करने वाले तथाकथित बुद्धिजीवी सत्य से परे किसी अन्य लोक में विचरण कर रहे है।
दरअसल देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता मणिशंकर अय्यर ने एक समारोह को सम्बोधित करते हुए क्रूर मुगल शासको की शान में कसीदे पढ़ते हुए कहा, कि ” मुगलों ने कभी देश में धर्म के नाम पर अत्याचार नहीं किया है”। मणिशंकर अय्यर ने मुगल बादशाह अकबर के शासन से लेकर अन्य दूसरे मुगल सल्तनत का उदाहरण देते हुए यह दावा किया, कि मुगलो के शासन में कभी भी तलवार की नोक पर धर्मान्तरण नहीं करवाया गया।
आइए आपका इंतज़ार था ??#UPElections2022#ManiShankarAiyar pic.twitter.com/VGKFXVNYsF
— शर्मा जी कहिन (@ssharmaspeaks) November 15, 2021
मुगल सल्तनत के गुणगान करते हुए करते मणिशंकर अय्यर ने कहा, कि मुगल महान थे, अय्यर ने कहा, कि ब्रिटिश और मुगलों में बड़ा अंतर यह था, कि मुगलो ने इस देश को अपनाया। क्रूर आक्रमणकारी बाबर की प्रसंशा करते हुए अय्यर ने कहा कि ” बाबर ने अपने पुत्र हूमायूं को एक पत्र लिख कर हिंदुस्तान के लोगों के धर्म में किसी प्रकार की दखलंदाजी ना करने की बात कही थी। यही कारण था, कि अकबर के शासन काल में धर्म के नाम पर कोई भेदभाव नहीं हुआ करता था।
उल्लेखनीय है, कि वर्तमान समय में एक विशेष रणनीति के तहत हिन्दू धर्म की पुनर्व्याख्या करने का दूषित प्रयास किया जा रहा है। दिग्गज कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब के ‘द सैफ्रन स्काई’ अध्याय में लिखा है, कि ‘साधु-संत जिस सनातन धर्म और क्लासिकल हिंदुइज्म से परिचित है, उसे त्याग करके हिंदुत्व के ऐसे वर्जन को आगे बढ़ाया जा रहा है, जो हर पैमाने पर आईएसआईएस और बोको हराम जैसे जिहादी इस्लामी संगठनों के राजनीतिक रूप जैसा है।”
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब में दावा किया है, कि हिंदुत्व का उपयोग वर्तमान में राजनीतिक लाभ के लिए किया जाता है और यह बोको हराम जैसा ही प्रतीत होता है। गौरतलब है, कि हाल ही दिनों त्रिपुरा में फैली हिंसा के बारे में राहुल गाँधी ने कहा था, कि त्रिपुरा राज्य में मुस्लिमो के साथ अत्याचार हो रहा है,और वहां के ढोंगी हिन्दुओ ने मुस्लिमो नागरिको को निशाना बनाया है।
ये है मणिशंकर अय्यर को मेरा खुला जवाब !!@ABPNews #ManiShankarAiyar 1/2 pic.twitter.com/pABh6PACn0
— Manoj Muntashir (@manojmuntashir) November 15, 2021
दरअसल स्कूलों के पाठ्यक्रम में अन्य देशो से हिन्दुस्थान आकर महिलाओ की अस्मिता और मंदिरो का धन लूटने वालो को महान बताया गया है। जबकि राष्ट्र के सच्चे शूरवीरो को विस्मृत कर दिया गया है। बाल्यकाल से ही शिशुओं की पुस्तकों में मंदिरो को ध्वस्त, हिन्दुओं का कत्लेआम, हिन्दू लड़कियों को बाजारों में बेचने वालो को ही असली ‘कर्म-वीर’ दर्शाया जाता है, किन्तु वर्तमान काल में सत्य किसी से छिपा नहीं है, कि मुग़ल शासको ने हिन्दू समाज का जमकर आर्थिक, शारीरिक और मानसिक शोषण किया था।
मणि शंकर अय्यर जी,
अकबर, बाबर, औरंगजेब, तैमूर, गौरी को बाप मानने वालों के लिए 1947 में अलग इंतजाम हो चुका हैं pic.twitter.com/wWkPdGVuQE
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) November 15, 2021