कॉमेडी फिल्मो को एक अलग मुकाम पर ले जाने वाले निर्देशक डेविड धवन ने नब्बे के दशक में अपने जोड़ीदार गोविंदा के साथ एक से बढ़कर अच्छी फिल्मे दी। शोला और शबनम, आँखे, दूहले राजा एवं दीवाना मस्ताना के अलावा कई अन्य हिट फिल्मे बनाकर बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में नयी पहचान बनायीं।
वर्ष 1995 में गोविंदा अभिनीत कुली नंबर 1 जैसी बेहतरीन कॉमेडी फिल्म बनाने वाले निर्देशक डेविड धवन अब उसी फिल्म का 2020 में रीमेक लेके आये है। जिसमे उनके पुत्र वरुण धवन मुख्य भूमिका में नजर आ रहे है। अब इस फिल्म में भी उनकी पूर्व फिल्म जुडवा के रीमके की तरह कुछ भी बनाकर दर्शको के सामने परोस देने वाली मानसिकता प्रदर्शित होती है। जिसमे ना किसी प्रकार के तथ्य होते है ना कोई वास्तविकता।
फिल्म शुरू होने के शुरुवाती दस मिनट में ही फिल्म दम तोड़ती नजर आने लगती है। और फिल्म अपने उसी फॉर्मूले पर आ जाती है। जिसमे फिल्म का नायक पूरी फिल्म की कहानी में वाहियात हरकते करता नजर आता है। फिल्म की कहानी पूर्व की तरह ही एक शादी करवाने वाला व्यक्ति अपने अपमान से आहात एक रेलवे स्टेशन के कुली को एक अमीर इंसान बताकर उसे अपमान करने वाले के सामने भावी दामाद के रूप में खड़ा करता है।
फिलहाल फिल्म के विषय में इतना ही कहा जा सकता है कि निर्देशक डेविड धवन द्वारा पचीस साल पुरानी क्लासिक फिल्म कुली नंबर 1 का बंटाधार कर दिया। पहले 2020 में कुली नंबर 1 फिल्म बनाने वाली टीम ने ये दावा किया था कि ये नयी फिल्म पुरानी फिल्म से अधिक कॉमेडी वाली फिल्म होगी। परन्तु फिल्म देखने के बाद यह यह स्पष्ट हो जाता है कि निर्देशक के रूप में डेविड धवन का सिनेमाई दर्शन अब लुप्त हो रहा है और वे अब पुत्र मोह में फिल्म का निर्माण कर रहे है।
दरअसल फिल्म निर्माण के नाम पर निर्देशक डेविड धवन ने अपनी पुरानी फिल्म कि कहानी के नाम पर अपने बेटे वरुण धवन से उठपटांग एक्टिंग करवाई है। इसके अलावा फिल्म में मोटे शरीर वालो पर भद्दी टिपण्णी की गयी है, तोतले लोगो की जुबान का मजाक उड़ाया गया है और फिल्म जगत के पुराने अभिनेताओं की ख़राब मिमिक्री की है। अभिनेत्री सारा अली खान मात्र शोपीस बनकर रह गयी और परेश रावल जैसे समर्थ अभिनेता का मिसयूज किया गया।