भारतीय क्रिकेट टीम के सितारे फिलहाल गर्दिश में चल रहे है। पिछले कुछ वक्त से भारतीय क्रिकेट टीम में खलबली मची हुई है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली तीनों फॉर्मेट की कप्तानी से हाथ धो चुके है। वहीं बीसीसीआई प्रमुख सौरव गांगुली की कुर्सी भी डोलती नजर आ रही है। रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में चयनकर्त्ताओं ने केएल राहुल पर दांव खेला है। इन सब के बीच एक पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ने ये तक दावा कर दिया है, कि टीम इंडिया गुटबाजी का शिकार हो गयी है।
गुटबाजी का शिकार टीम इंडिया
पाकिस्तान के पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने टीम इंडिया पर टिप्पणी करते हुए कहा है, कि पार्ल में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध पहले वनडे मैच के दौरान भारतीय ड्रेसिंग रूम खंडित और विभक्त दिख रहा था। उन्होंने कहा, कि टीम इंडिया दो ग्रुप में बंट गई है, एक ग्रुप का झुकाव कप्तान केएल राहुल की ओर और दूसरी का पूर्व कप्तान विराट कोहली की तरफ है। विराट कोहली और केएल राहुल अलग-अलग बैठे थे, और कोहली उस वक्त खिन्न नजर आ रहे थे।
टीम इंडिया में जोश की कमी
दानिश कनेरिया ने अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से कहा, कि भारतीय टीम मैदान में मजबूती के साथ वापसी करेगी। दक्षिणी अफ्रीका दौरे के पहले वनडे मैच में दक्षिण अफ्रीका ने बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में चार विकेट खोकर 296 रन बनाए। टीम इंडिया की तरफ से उप-कप्तान जसप्रीत बुमराह ने अच्छी गेंदबाजी का प्रदर्शन किया। कनेरिया के अनुसार, उन्होंने अनुभव किया, कि केएल राहुल ने कप्तान के रूप में न्याय नहीं किया है।
मध्य क्रम के बल्लेबाज असफल रहे
दानिश कनेरिया ने कहा, कि अपनी कप्तानी के पहले वनडे मैच में केएल राहुल ने एक कप्तान की भूमिका का अच्छे से निर्वाहन नहीं किया। उन्होंने कहा, कि एक वक्त ऐसा प्रतीत हो रहा था, कि भारतीय टीम में जोश की कमी से विपक्षी टीम इतना बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब रही। दक्षिण अफ्रीका द्वारा दिए गए 296 रनों के स्कोर का पीछा करते हुए मात्र शिखर धवन (79) और विराट कोहली (51) ने ही भारत को एक सम्मानजनक स्थिति पर ला खड़ा किया, लेकिन उनके आउट होने के बाद मध्य क्रम में कोई भी बल्लेबाज नहीं विकेट पर टिक नहीं पाया।
वेंकटेश अय्यर को मिले मौका
भारत ने हांफते-हांफते आखिरकार 50 ओवर में आठ विकेट खोकर 265 रन तक ही पहुंच पाया, जिसमें शार्दुल ठाकुर द्वारा खेली गयी अर्धशतीय पारी भी शामिल है। दानिश कनेरिया ने वनडे के कप्तान केएल राहुल को सुझाव देते हुए कहा, कि भारतीय टीम के कप्तान को टीम को उठाने की जरूरत है। इसके अलावा भुवनेश्वर कुमार की गेंदबाजी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई और अश्विन-चहल की जोड़ी कुलदीप-चहल की जोड़ी की तुलना में कमजोर है। भारत को वेंकटेश अय्यर की गेंदबाजी का उपयोग करना चाहिए।