अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में अकाल तख्त द्वारा सुनाई गई ‘तनखैया’ की सजा काट रहे शिरोमणि अकाली दल के नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर जानलेवा हमला करने का प्रयास किया गया। यह घटना बुधवार (4 दिसम्बर, 2024) को सुबह हुई। मौके पर मौजूद लोगों की सतर्कता की वजह से बड़ा हादसा टल गया। फायरिंग करने वाले को घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने दबोच लिया।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही पिस्तौल भी बरामद कर ली गई है। इस पूरी घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया में भी सामने आया है। हमलावर नारायण सिंह चौरा खालिस्तानी आतंकी बताया जा रहा है और जेल से आतंकियों को भगाने समेत हथियारों की तस्करी करने जैसे अपराधों में शामिल रहा है।
नारायण सिंह चौरा ने यह हमला उस वक्त किया, जब सुखबीर सिंह बादल स्वर्ण मंदिर के गेट पर पहरेदार की ड्यूटी कर रहे थे। अमृतसर के स्वर्ण मंदिर शिरोमणि अकाली दल प्रमुख प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को अकाल तख्त साहिब की ओर से धार्मिक सजा सुनाई गई थी। धार्मिक सजा के तहत वह सेवादार की भूमिका में थे। आज भी वह वहां मौजूद थे, तभी यह घटना हुई।
बुधवार सुबह नारायण सिंह चौरा ने कमर से अपनी अपनी पिस्टल निकाली और पूर्व मुख्यमंत्री बादल पर फायरिंग करने की कोशिश की। हालांकि, उसे आसपास मौजूद लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। हमले में बादल बाल-बाल बचे और सुरक्षित हैं।
#WATCH | Punjab: Bullets fired at Golden Temple premises in Amritsar where SAD leaders, including party chief Sukhbir Singh Badal, are offering 'seva' under the religious punishments pronounced for them by Sri Akal Takht Sahib, on 2nd December. pic.twitter.com/rLlMyRWo9S
— ANI (@ANI) December 4, 2024
हमलावर नारायण सिंह चौरा पुराना आतंकी बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार, आरोपी 1984 में पाकिस्तान चला गया था। उसने उग्रवाद के शुरुआती दौर में पंजाब में हथियारों और विस्फोटकों की बड़ी खेपों की तस्करी में अहम भूमिका निभाई थी। पाकिस्तान में रहते हुए उसने कथित तौर पर गुरिल्ला युद्ध और “देशद्रोही” साहित्य पर एक पुस्तक भी लिखी थी।