धामी सरकार ने दिग्गज कारोबारी सुधीर विंडलास और उनके मैनेजर प्रशांत समेत अन्य पर देहरादून के जोहड़ी गांव में जमीन हड़पने के मामले में दर्ज चार मुकदमों की जांच केंद्रीय जाँच एजेंसी (सीबीआई) से कराने का फैसला लिया है। शासन ने जांच की संस्तुति करते हुए केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत व पेंशन मंत्रालय को पत्र लिखकर इस मामले की जांच सीबीआइ से कराने के संबंध में अग्रेतर कार्यवाही करने का अनुरोध किया है।
Uttarakhand govt recommends a CBI inquiry against industrialist and builder Sudhir Windlassin by sending a letter to the Central Govt in the land scam case in Johari village of Dehradun, on the instructions of CM Pushkar Singh Dhami.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 10, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, देहरादून की राजपुर पुलिस ने इसी वर्ष जनवरी माह में कारोबारी सुधीर विंडलास और उनके सहयोगियों पर धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया था। सुधीर विंडलास पर आरोप है, कि उन्होंने अपने कर्मचारियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीनों पर अवैध कब्जा कर लिया।
इस मामले में शिकायतकर्त्ता संजय चौधरी ने बताया, कि उनकी जोहड़ी गांव में लगभग 20 बीघा जमीन है। वर्ष 2009 में सुधीर विंडलास ने उनसे जमीन बेचने के लिए संपर्क किया था। इस पर संजय चौधरी ने जमीन बेचने से इंकार कर दिया था। इसके बाद सुधीर विंडलास ने अपने कर्मचारियों के साथ मिलकर जमीन अपने मैनेजर के नाम दर्ज करवा दी।
उल्लेखनीय है, कि सुधीर विंडलास पर सरकारी जमीन पर कब्जा करने के भी आरोप है। पूर्व में एसआइटी जांच में आरोपित को दोषी पाया गया था, लेकिन उन पर मुकदमा दर्ज नहीं हो सका। इस पर पुलिस ने सुधीर विंडलास के नाम मुकदमा दर्ज कर दिया। मामले की गंभीरता के मद्देनजर पुलिस मुख्यालय ने इसकी जांच सीबीआइ से कराने का अनुरोध किया था।
इसके बाद प्रशासन ने कारोबारी सुधीर विंडलास पर दर्ज चार पुराने मुकदमों की सीबीआइ जांच कराने का निर्णय लिया है। अपर मुख्य सचिव गृह राधा रतूड़ी ने इस संबंध में केंद्रीय कार्मिक विभाग को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने चार मुकदमों का हवाला देते हुए मामले की जांच सीबीआइ से कराने के लिए कार्यवाही करने का अनुरोध किया है।