हिंदी मीडियम तथा उसके अगले भाग अंग्रेजी मीडियम में लाजवाब अभिनय करने वाले दीपक डोबरियाल ने फिल्मो के मध्यम से अपने गृह राज्य उत्तराखंड का नाम दुनिया में रोशन किया है।
उत्तराखड के पौड़ी जनपद में मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे जानेमाने अभिनेता दीपक डोबरियाल का बचपन में फिल्मो में कोई खास रूचि नहीं थी.जब दीपक डोबरियाल महज पांच वर्ष के थे, तब वह दिल्ली आ गए थे जहा उन्होंने अपनी बाकी की पढ़ाई पूरी की ,जब वे १२ वी में पढ़ रहे थे तब उनके पड़ोसी मित्र ने उनकी मुलाकात एक रंगमंच कर्मी से करवाई,यही से उनका सात सालो का रंगमच का सफर शुरू होता है ,दीपक डोबरियाल ने जो पहला नाटक किया उसका नाम बकरी था।
दिल्ली में तक़रीबन सात सालो तक रंगमच की बारीकियां सीखने के बाद दीपक डोबरियाल ने मुंबई शहर का रुख किया,मुंबई में फिल्मो में काम पाने के लिए उन्होंने काफी संघर्षपूर्ण जीवन बिताया ,इसी बीच दीपक डोबरियाल ने एक शार्ट फिल्म की जिसका नाम बॉम्बे समर था।
आख़िरकार दीपक डोबरियाल का संघर्ष माया नगरी में काम आया,और दीपक डोबरियाल का फ़िल्मी सफर शुरू हुआ और मकबूल में छोटा मगर महत्वपूर्ण किरदार निभाया,लेकिन फ़िल्मी दुनिया को उनके अभिनय की पहचान तब हुई जब विशाल भारद्वाज द्वारा निर्देशित फिल्म ओमकारा में दीपक डोबरियाल को फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला,उसके बाद आयी तनु वेड्स मनु के दोनों भागो में उनके जबरदस्त अभिनय को सराहना मिली,दीपक डोबरियाल ने कई पुरस्कारों से नवाजा जा चूका है ,हिंदी मीडियम तथा उसके अगले भाग अंग्रेजी मीडियम में लाजवाब अभिनय करने वाले दीपक डोबरियाल ने फिल्मो के मध्यम से अपने गृह राज्य उत्तराखंड का नाम दुनिया में रोशन किया है।