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रिटायर्ड प्रिंसिपल की हत्या में फरार दंपति गिरफ्तार,(चित्र साभार: X/@DehradunPolice)
दून पुलिस ने 80 वर्षीय सेवानिवृत प्रधानाचार्य श्यामलाल गुरूजी हत्याकांड का खुलासा करते हुए पिछले 24 दिनों से फरार चल रहे मुख्य आरोपित महिला और उसके पति (एमबीबीएस स्टूडेंट) को अमृतसर पंजाब से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की पूछताछ के दौरान महिला ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए है, जिन्हें सुनकर पुलिस भी दंग रह गई।
पुलिस की पूछताछ में महिला ने बताया, कि उसके श्यामलाल से पिछले 12 सालों से अवैध संबंध थे। इसके ऐवज में श्यामलाल गीता को हर महीने लगभग 50 हजार से एक लाख रुपए का खर्चा देता था। श्यामलाल मेहूंवाला देहरादून में एक सरकारी इंटर कालेज से प्रिंसिपल पद से सेवानिवृत हुए थे। जिसके बाद उन्होंने एक NGO खोला, जिसमें गीता भी नौकरी करती थी।
पुलिस के अनुसार, श्यामलाल की पत्नी की मौत करीब 20 साल पहले हो चुकी थी। श्यामलाल की दो बेटियां है, जिसमें से एक की शादी हो चुकी है। दो बेटियों के पिता श्यामलाल को सबसे बड़ी चिंता यह थी, कि उनके बाद उनका वंश आगे नहीं बढ़ पायेगा। इसी कारण वे अक्सर तनाव में रहते थे। श्यामलाल लगातार गीता पर बेटा पैदा करने का दबाव बना रहे थे। इसी बीच गीता ने किसी और से शादी कर ली, लेकिन उसके पति को गीता के अवैध संबंधो का पता चल गया।
इसके बाद गीता अपनी तीन महीने की बेटी के साथ अलग रहने लगी। ऐसे हालातों में रुपयों की जरूरत श्यामलाल पूरी करता था। इसके बावजूद आरोपित श्यामलाल से लगातार रुपये ऐंठती रहती थी। इसी दौरान गीता की मुलाकात देहरादून में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हिमांशु चौधरी से हुई और दोनों ने शादी करने का फैसला किया। शादी के बाद गीता ने श्यामलाल से मिलना-जुलना बंद कर दिया, जिससे श्यामलाल परेशान रहने लगा।
पुलिस ने मीडियाकर्मियों को बताया, कि श्यामलाल ने गीता को बेटा देने के बदले 20 लाख रुपए देने की पेशकश की थी और यही वजह श्यामलाल की मौत का कारण भी बना। पुलिस जांच में यह भी ज्ञात हुआ, कि गीता अब तक श्यामलाल से 10 लाख रुपए से अधिक की रकम ले चुकी थी। वहीं मृतक के नाम पर देहरादून में करोड़ों की जमीनें भी है।
बता दें, कि 7 फरवरी 2025 को श्यामलाल की बेटी ने पुलिस थाने में पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। श्यामलाल की बेटी ने पुलिस को बताया, कि उसके पिता 2 फरवरी से लापता है। पुलिस ने जब इस मामले की जांच की, तो पता चला कि श्यामलाल जिस दिन गायब हुए थे, उन्होंने गीता नाम की महिला से संपर्क किया था। इस दौरान सीसीटीवी में श्यामलाल गीता के घर जाते हुए नजर आये, लेकिन वहां से वापस नहीं लौटे।
पुलिस ने जब मामले की गहनता से आगे जांच की, तो पता चला गीता और उसका पति हिमांशु भी श्यामलाल के लापता होने के बाद से गायब है। पुलिस ने जब गीता के मोबाइल फोन को सर्विलांस में डाला, तो सहारनपुर जिले के देवबंद में अजय कुमार का नंबर सामने आया। पूछताछ में पता चला, कि वो गीता का भाई है और उसी ने अपने बहनोई धनराज के साथ मिलकर श्यामलाल का शव ठिकाने लगाया था।
काफी खोजबीन के बाद पुलिस को श्यामलाल की लाश सहारनपुर जिले में नहर से मिली। गिरफ्तारी से बचने के लिए कई शहरों की खाक छान रहे आरोपित दंपति को 24 दिन बाद पुलिस ने अमृतसर से दबोच लिया। पुलिस के अनुसार, गीता और हिमांशु की योजना श्यामलाल का अश्लील वीडियो बनाकर उससे मोटा पैसा ऐंठने का था।
इसी प्लान के तहत दो फरवरी को गीता ने श्यामलाल को फोन कर अपने दूसरे किराए के कमरे पर बुलाया, जहां हिमांशु पहले से मौजूद था। इस दौरान हिमांशु छिपकर श्यामलाल की अश्लील वीडियो बनाना चाहता था, लेकिन उससे पहले श्यामलाल को उनकी इस योजना की भनक लग गई, और वो चिल्लाने लगा।
इसके बाद दंपति ने पहले श्यामलाल को बांध दिया और फिर उसे चुप कराने का प्रयास किया, लेकिन जब वो नहीं माना, तो दोनों ने उसका गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हिमांशु को जानकारी थी, कि शव को एक दिन रखने से शरीर का खून जम जाता है, ऐसे में हिमांशु ने हत्या के दो दिन बाद श्यामलाल की लाश के चार टुकड़े किए और गीता ने अपने भाई और जीजा के जरिये शव को ठिकाने लगाया।
श्यामलाल की हत्या के बाद गीता और हिमांशु पुलिस से बचने के लिए अलग-अलग शहरों में छिप रहे थे। इस दौरान दंपति के पास ज्यादा पैसे भी नहीं थे, इसलिए उन्होंने छिपने के लिए ऐसे स्थानों को चुना, जहां कम पैसे में छिपने का ठिकाना मिल जाये और खाना भी आराम से मिल जाए, इसलिए दंपति पहले जयपुर गए, जहां वो एक धर्मशाला में रुके और मंदिरों के लंगर में खाना खाया।
पुलिस के अनुसार, जयपुर के बाद दोनों प्रयागराज कुंभ क्षेत्र में गए, जहां उन्होंने स्नान किया और भंडारों में खाना खाया। प्रयागराज में एक रात रुकने के बाद वो दिल्ली पहुंचे। दिल्ली से कुरुक्षेत्र होते हुए दोनों अमृतसर पहुंच गए। पैसे की कमी के चलते 200 रुपये में किराए का कमरा लेकर रहने लगे और स्वर्ण मंदिर में भंडारा खाया, लेकिन, अगले ही दिन पुलिस पहुंच गई और दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
देहरादून के पटेलनगर क्षेत्र में अपहृत बुजुर्ग की निर्मम हत्या मामले में @DehradunPolice ने ₹25-25 हजार के इनामी दंपत्ति अभियुक्तों को अमृतसर, पंजाब से गिरफ्तार किया।
🔸 बुजुर्ग की अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठने की थी योजना। योजना विफल हुई तो बुजुर्ग की हत्या कर दी। pic.twitter.com/kmyhaxj2zQ
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) February 28, 2025
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मुख्य आरोपी गीता वर्तमान में करीब पांच महीने की गर्भवती है। उसके गर्भ में पल रही संतान हिमांशु की है, या श्यामलाल की, इस संबंध में पुलिस चिकित्सीय जांच कराने की तैयारी कर रही है। वहीं कत्ल के बाद चार फरवरी को महिला अपने मायके गई और तीन साल की बेटी को अपनी माँ के पास छोड़ दिया।