मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार (16 जुलाई 2024) को हरेला पर्व के अवसर पर मालदेवता देहरादून में आयोजित ‘शहीदों के नाम पौधरोपण’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर सीएम धामी ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ में बलिदान हुए उत्तराखंड के जवानों एवं बिनसर वन्यजीव विहार में वनाग्नि हादसे में मृतक वन्य कर्मियों की स्मृति में श्रद्धांजलि स्वरूप पौधा रोपण किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सराहनीय प्रयास करने वाले स्कूलों एवं वन पंचायतों को सम्मानित भी किया। सीएम धामी ने प्रदेशवासियों को हरेला पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा, कि हरेला पर्व सुख, समृद्धि, शान्ति, पर्यावरण और प्रकृति संरक्षण का प्रतीक है। यह पर्व जीवन को प्रकृति के साथ जोड़ने का कार्य करता है।
Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami participated in the 'Plantation in the name of martyrs' program organised at Maldevta Dehradun on the occasion of Harela festival. During the program, CM Dhami planted saplings as a tribute to the Uttarakhand soldiers martyred in Kathua, Jammu… pic.twitter.com/i22Q5KWOSa
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 16, 2024
मुख्यमंत्री धामी ने अपने संबोधन में कहा, कि उत्तराखंड प्राकृतिक रूप से समृद्ध राज्य है। सभी को प्रतिज्ञा लेनी होगी, कि हम प्राकृतिक धरोहर एवं विरासत को संरक्षित कर भावी पीढ़ी को स्वच्छ पर्यावरण देंगे। उन्होंने कहा, कि इस बार राज्य में हरेला पर्व की थीम ‘पर्यावरण की रखवाली, घर-घर हरियाली, लाये समृद्धि और खुशहाली” निर्धारित की गई है। मुख्यमंत्री ने जल संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में सभी को योगदान देने के लिए अपील की।
उन्होंने कहा, कि तापमान में वृद्धि होना, सबके लिए चिंतन का विषय है। देवभूमि उत्तराखंड को प्रकृत्ति ने सब कुछ दिया है। हमारी जिम्मेदारी है, कि प्रकृति प्रदत्त सम्पदाओं का सही तरह से उपयोग हो। वृक्षारोपण और जल संरक्षण की दिशा में सबको मिलकर प्रयास करने हैं। सीएम धामी ने कहा, कि प्रदेश में हरेला पर्व पर 50 लाख पौधे रोपे जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें सरकार के साथ जन सहयोग भी लिया जा रहा है।
“हरेला पर्व के इस पावन अवसर पर हम संकल्प लें कि हम स्वच्छ पर्यावरण के लिए पौधे रोपेंगे। मैं समस्त प्रदेशवासियों से अनुरोध करता हूं कि आप सभी लोग पौधारोपण कर हरियाली लाने का काम करें। हम वृहद पौधरोपण अभियान के तहत 50 लाख पौधे रोपने का संकल्प लिया है।”: मुख्यमंत्री श्री… pic.twitter.com/lwOFarCuXG
— Office Of Pushkar Singh Dhami (@OfficeofDhami) July 16, 2024
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि राज्य सरकार द्वारा 15 अगस्त तक बृहद स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चलाया जायेगा। सरकार के साथ स्वयं सहायता समूहों, सामाजिक संगठनों, एनजीओ और जनसहयोग को इसमें लिया जायेगा। सीएम धामी ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा, कि जो भी वृक्षारोपण किये जा रहे हैं, उनका संरक्षण भी करना है।
सीएम धामी ने अपने संबोधन में आगे कहा, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अनेक कार्य किये गये है। उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस पर ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान की शुरूआत की थी। तब से अब तक देश में करोड़ों पौधे रोपे जा चुके हैं।
प्रकृति के संरक्षण के प्रतीक एवं उत्तराखण्ड के लोक पर्व हरेला पर देहरादून में आयोजित 'शहीदों के नाम पौधारोपण' कार्यक्रम में प्रतिभाग किया एवं पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया साथ ही आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी… pic.twitter.com/m79iVKck2P
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 16, 2024
उन्होंने कहा, कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश में हर क्षेत्र में तेजी से कार्य हो रहे हैं। उत्तराखंड ने सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के लिए देश में पहला स्थान हासिल किया है। यह उत्तराखंड के लिए गौरव का विषय है। हरेला पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने सभी विद्यालयों, कॉलेजों, निकायों, जनप्रतिनिधियों तथा सभी सरकारी एवं निजी संस्थानों से भी अपने परिसर में अधिक से अधिक पौधों का रोपण का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मिश्रित वन के तहत पर्यावरण विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में ‘सिंगलास वन’ विकसित करने के लिए प्रयास कर रही रूद्रप्रयाग जनपद के कोट ग्राम पंचायत की मातृशक्ति के प्रयासों की भी प्रशंसा की। सीएम धामी ने कहा, कि इनके द्वारा पर्यावरण संरक्षण के साथ जल संरक्षण के लिए भी कार्य किये जा रहे हैं, यह एक सराहनीय पहल है।
इस अवसर पर वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा, कि हरेला पर्व के उपलक्ष्य में इस वर्ष प्रदेश में 1 करोड़ 64 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। यह अभियान 15 अगस्त तक चलेगा। उन्होंने कहा, कि उत्तराखंड की पहचान यहां का नैसर्गिक सौन्दर्य है। वन सम्पदा राज्य की आजीविका का महत्वपूर्ण संसाधन है। वन सम्पदाओं को बढ़ाने और जल संरक्षण की दिशा में हमें निरन्तर कार्य करने हैं।
‘शहीदों के नाम पौधरोपण’ कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक उमेश शर्मा काऊ, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) डॉ. धनंजय मोहन, आईजी गढ़वाल के.एस नगन्याल, जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका, एसएसपी अजय सिंह एवं वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।