आने वाले कुछ दिनों में लंबी दूरी की ट्रेनें देहरादून रेलवे स्टेशन की बजाय हर्रावाला रेलवे स्टेशन से चलेगी। अमृत भारत योजना के तहत हर्रावाला रेलवे स्टेशन को नए तरीके से विकसित किया जायेगा। 108 करोड़ की लगात से विकसित होने वाले हर्रावाला स्टेशन की डीपीआर तैयार कर रेलवे मंत्रालय को भेजी जाएगी। बता दें, रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में उत्तराखंड को 5004 करोड़ रुपये की सौगात दी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड में रेल सुविधाओं के विकास के लिए केंद्रीय बजट में 5,004 करोड़ रुपए का प्रावधान किए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त करते हुए अपने ट्विटर संदेश में लिखा, “इससे निस्संदेह राज्य में रेल सुविधाओं का विस्तार होगा व यात्रियों के सुविधाओं में वृद्धि होगी। प्रदेश में 11 प्रमुख रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जाएगा। देहरादून और हरिद्वार रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय रूप भी दिया जाएगा।”
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि इससे निस्संदेह राज्य में रेल सुविधाओं का विस्तार होगा व यात्रियों के सुविधाओं में वृद्धि होगी। प्रदेश में 11 प्रमुख रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जाएगा। देहरादून और हरिद्वार रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय रूप भी दिया जाएगा।
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) February 3, 2023
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हर्रावाला और हरिद्वार के बीच पड़ने वाले सभी स्टेशनों के प्लेटफॉर्म का 24 कोचों की ट्रेन के हिसाब से विस्तार किया जायेगा। इसके लिए 150 करोड़ के बजट का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। दरअसल देहरादून रेलवे स्टेशन पर अभी 18 कोचों वाली ट्रेनें खड़ी करने के लिए ही प्लेटफॉर्म उपलब्ध है। दून रेलवे स्टेशन की लंबाई भी नहीं बढ़ाई जा सकती है, क्योंकि इससे आगे ढलान है। इसी के मद्देनजर हर्रावाला स्टेशन को 24 कोचों की ट्रेनों के हिसाब से विस्तार दिया जा रहा है।
गौरतलब है, कि केंद्रीय बजट में 5,004 करोड़ रुपए के प्रावधान से उत्तराखंड के बहुप्रतीक्षित ऋषिकेश – कर्णप्रयाग रेल परियोजना के साथ ही मुरादाबाद मंडल में देहरादून व हरिद्वार रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय आधुनिक सुविधाओं से युक्त करते हुए इनके प्लेटफॉर्म के ऊपर रूफटॉप का निर्माण किया जायेगा। इन रेलवे स्टेशनों पर उत्तराखंड की लोक संस्कृति और विरासत की झलक दिखाई जाएगी।
मंडल रेल प्रबंधक द्वारा जानकारी दी गई है, बजट का एक बड़ा भाग ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर लगेगा। यह परियोजना दिसंबर 2024 तक तैयार हो जाएगी। उन्होंने कहा, कि रेलवे विकास निगम बेहद सतर्कता और सावधानी पूर्वक कार्य कर रहा है। इस रेल परियोजना से जोशीमठ शहर को कोई खतरा नहीं है।