डेस्टिनेशन उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत मंगलवार (5 दिसंबर 2023) को सचिवालय में आयोजित उत्तराखंड एनर्जी कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थित में 40 हजार से अधिक के एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। इस अवसर पर सीएम धामी ने कहा, “हम निवेश के माध्यम से प्रदेश की विकास यात्रा को नई गति प्रदान कर रहे हैं। प्रदेश में निवेश को और अधिक बढ़ाने के लिए औद्योगिक जगत से जुड़े लोगों के सुझावों के आधार पर 27 नई नीतियां बनाई गई हैं। साथ ही अनेक नीतियों को सरल बनाया गया है।”
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, उत्तराखंड में ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य करने के लिए अपार संभावनाएं है। प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा, कि औद्योगिक जगत से जुड़े लोगों के सुझावों के आधार पर 27 नई नीतियां बनाई गई हैं और अनेक नीतियों को सरल बनाया गया है। सीएम धामी ने कहा, कि 8 व 9 दिसम्बर को एफआरआई में डेस्टिनेशन उत्तराखंड, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे।
#WATCH | Dehradun: Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami addresses at 'Uttarakhand Energy Conclave 2023' organized at Veer Chandra Singh Garhwali Auditorium of State Secretariat.
"PM Modi will attend the inaugural event of the Investment Summit that will be organised… pic.twitter.com/yAvUlylD3Y
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 5, 2023
सीएम धामी ने कहा, कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का राज्य को लगातार मार्गदर्शन मिल रहा है। उनके वाइब्रेंट गुजरात की प्रेरणा से ही प्रदेश में डेस्टिनेशन उत्तराखंड पर कार्य किया जा रहा है। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को निर्देशित किया, कि आज कॉन्क्लेव में प्राप्त सभी सुझावों पर गंभीरता से अमल किया जाए। उन्होंने कहा, कि सभी जिलाधिकारियों और एसएसपी को भी निर्देश दिये गये हैं, कि औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े लोगों के साथ समयसमय पर बैठक की जाए और उनकी समस्याओं का उचित समाधान भी निकाला जाए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि राज्य में उद्योग स्थापित करने वाले लोगों के साथ राज्य सरकार सहयोगी के रूप में कार्य करेगी। उन्होंने कॉन्क्लेव में आये सभी लोगों को इन्वेस्टर्स समिट के लिए भी आमंत्रित किया। सीएम धामी ने कहा, कि देवभूमि उत्तराखंड में कार्य करने की अनेक संभावनाएं हैं, सबको संभावनाओं का सदुपयोग करना है।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा, कि राज्य में ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य करने की काफी संभावनाएं हैं, इसके लिए तीनों निगमों को एकजुटता से कार्य करने हैं। उन्होंने कहा, कि राज्य में निवेश बढ़ने से स्थानीय लोगों के रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य में निवेश करने वालों के लिए हर संभव मदद मिल सके, इसके लिए नियमित समीक्षा बैठकें की जायेंगी।
सचिवालय में आयोजित उत्तराखंड एनर्जी कॉन्क्लेव में सचिव ऊर्जा डॉ. आर. मीनाक्षी सुंदरम, श्रीमती रंजना राजगुरू, प्रबंध निदेशक यूजेवीएन लि. संदीप सिंघल, प्रबंध निदेशक यूपीसीएल अनिल कुमार, प्रबंध निदेशक पिटकुल पी.सी. ध्यानी एवं उर्जा क्षेत्र से जुड़े निवेशक उपस्थित रहे।