
देहरादून में जमीन से जुड़े फ्रॉड के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसा ही एक नया मामला सामने आया है, जिसमें प्रॉपर्टी डीलर ने एक शिक्षिका को जमीन दिलाने के नाम पर एक करोड़ 20 लाख का चूना लगा दिया। पीड़िता की शिकायत के आधार पर थाना प्रेमनगर में आरोपी के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए है। पुलिस के अनुसार, आरोपी के विरुद्ध पहले से ही जमीन धोखाधड़ी के कई मुकदमें दर्ज है।
अनुराधा बिल्जवाण निवासी शिमला बाईपास रोड और संतोष गैरोला निवासी पुरोला उत्तरकाशी ने लैंड फ्रॉड समन्वय समिति को दी शिकायत में बताया, कि वह वर्तमान में जनपद उत्तरकाशी के एक दुर्गम स्कूल में शिक्षिका के रूप में कार्यरत है। उन्होंने अपने रिश्तेदारों के साथ देहरादून में जमीन लेने का विचार किया। जमीन खरीदने के लिए उन्होंने रामनरेश नौटियाल निवासी यमुना कॉलोनी से संपर्क किया।
रामनरेश ने सुद्धोवाला इलाके में उनको 540-540 गज के दो प्लाट दिखाए। दोनों प्लाट का सौदा एक करोड़ 20 लाख रुपए में तय हो गया। 20 अप्रैल 2021 को वह रजिस्ट्री कराने के लिए विकासनगर पहुंचे और सब रजिस्ट्रार कार्यालय प्रथम में रजिस्ट्री के लिए दस्तावेज जमा कराए गए। इस दौरान रामनरेश ने कहा, कि एक माह के भीतर रजिस्ट्री मिल जाएगी। जिसके बाद वो लोग प्लाट की बाउंड्री करवा सकते हैं।
इसके बाद पीड़ितों ने रामनरेश को एक करोड़ 20 लाख रुपए दे दिये। आरोप है, कि सभी दस्तावेज जमा कराने और 1 करोड़ 20 लाख रुपए देने के बावजूद काफी दिनों तक इंतजार करने पर भी उन्हें रजिस्ट्री नहीं मिली। इस संबंध में जब रामनरेश से संपर्क किया गया, तो उसने स्पष्ट जवाब नहीं दिया। पीड़ितों को जब मामला संदिग्ध लगा, तो उन्होंने रजिस्ट्री कराने वाले वकील से मुलाकात की।
वकील ने पीड़ितों को बताया, कि रामनरेश फर्जी आदमी है और उसने स्टाम्प की फीस तक नहीं दी है। इस पर जब पीड़ितों ने तहसील में पूछताछ की, तो ज्ञात हुआ, कि जमीन रामनरेश की नहीं है। इसके बाद जब पीड़ितों ने रामनरेश से संपर्क किया तो आरोप है, कि वो उल्टा उन्हें ही धमकाने लगा।
इस मामले पर थाना प्रेमनगर प्रभारी मोहन सिंह ने बताया है, अनुराधा बिल्जवाण और संतोष गैरोला द्वारा जमीन धोखाधड़ी की शिकायत प्राप्त हुई है। शिकायत के आधार पर आरोपी रामनरेश के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में थाना प्रेमनगर में दो मुकदमे दर्ज किये गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।