आय से अधिक संपत्ति के मामले में देहरादून स्थित सुद्धोवाला जेल में बंद सेवानिवृत आईएएस रामविलास यादव पर अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी अपना शिकंजा कस लिया है। इसके साथ ही ईडी के अधिकारियो ने रामबिलास यादव को कोर्ट से वारंट लेकर अपनी कस्टडी में लेने की कार्रवाई भी आरंभ कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तराखंड सरकार में समाज कल्याण विभाग के अपर सचिव पद पर रहने के दौरान ही आईएएस अधिकारी रामविलास यादव पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगे थे। इसके साथ ही यूपी में लखनऊ विकास प्राधिकरण में सचिव रहते हुए भी रामबिलास पर अनैतिक तरीके से करोड़ो की संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगे थे।
ED has arrested Ram Bilas Yadav, IAS (Retd.), the then Additional Secretary to the Uttarakhand Government on 19th May in connection with the investigation conducted under the PMLA, in the disproportionate assets case: Directorate of Enforcement pic.twitter.com/QrVn6qLqJr
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 20, 2023
रामबिलास यादव को पिछले साल विजिलेंस की टीम ने गिरफ्तार किया था। रामबिलास की गिरफ्तारी के साथ ही ईडी ने अब उसकी संपत्तियों को अटैच करने की तैयारी भी शुरू कर दी है। ईडी ने रिटायर्ड आईएसएस अधिकारी की उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश एवं अन्य स्थानों पर अर्जित की गई संपत्तियों का ब्योरा जुटा लिया है।
विजिलेंस ने अपनी जांच में पाया था, कि रामबिलास ने ज्ञात सोर्स से लगभग 78 लाख रुपए की कमाई अर्जित की, जबकि, उसके पास 21 करोड़ रुपए की संपत्ति पाई गई है। उस पर आरोप है, कि उसने आय से 2626 प्रतिशत से ज्यादा की संपत्ति अर्जित की। इसके अतिरिक्त रामविलास ने कई जगह जमीने और फ्लैट भी खरीदे। ईडी अधिकारियों के अनुसार, सरकारी सेवक रहते हुए रामबिलास ने अवैध रूप से धन एकत्रित किया और उस काली कमाई से अकूत संपत्ति जोड़ी।