आयकर विभाग का फर्जी ज्वाइंट कमिश्नर और आयकर अधिकारी बनकर राजस्व अधिकारियों पर रौब गालिब कर जमीन के दस्तावेज मांगने वाले दोनों बदमाशों को देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों ने विकासनगर में लगभग छह बीघा भूमि कब्जाने के लिए साजिश रची थी। दोनों आरोपी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के रहने वाले बताये जा रहे है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एसओजी व स्थानीय कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए उप जिलाधिकारी से जमीन संबंधी दस्तावेज मांगने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपितों ने एसडीएम से फर्जी आयकर अधिकारी बनकर शाहपुर की एक जमीन के दस्तावेज हासिल किए थे।
एसडीएम विकासनगर से जमीन संबंधी दस्तावेज मांगने वाले दो फर्जी आयकर अधिकारियों के मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने संयुक्त टीम का गठन किया। पुलिस टीम ने इलेक्ट्रानिक सर्विलांस के जरिये जानकारी एकत्रित की। जिस पर गगनदीप निवासी बरसी पोस्ट टिकरोल थाना तीतरो जिला सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) का नाम सामने आया। गगनदीप लोगों की प्रापर्टी के फर्जी कागजात बनाकर और नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करता है।
एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने पत्रकार वार्ता के दौरान गिरोह का खुलासा करते हुए बताया, कि पुलिस टीम ने आरोपित गगनदीप कुमार को धर्मावाला चौक के पास विकासनगर से कार के साथ गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान गगनदीप ने धोखाधड़ी में अपने सहयोगी मुंतजिर निवासी जुनारदा थाना कोतवाली देहात जिला सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) का नाम बताया। जिसे पुलिस टीम ने हरबर्टपुर विकासनगर से गिरफ्तार किया।
इनकम टैक्स का फर्जी ज्वाइंट कमिश्नर बनकर सरकारी अधिकारियों को कॉल कर जमीन सम्बंधी दस्तावेज मांगने वाले गैंग का #दून_पुलिस ने किया पर्दाफाश,
02 अभियुक्तों ( गगनदीप कुमार व मुंतज़िर ) को विकासनगर पुलिस व SOG की संयुक्त टीम ने किया गिरफ्तार🔗।#UttarakhandPolice pic.twitter.com/jIhhzwpiwV
— Dehradun Police Uttarakhand (@DehradunPolice) July 21, 2023
पुलिस ने दोनों आरोपितों की तलाशी में दो रजिस्ट्री, दो सेल डीड, भारत सरकार के दो फर्जी पहचान पत्र, 10 वाट्सएप स्क्रीनशाट, एक कार बरामद की है। एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया, कि आरोपित गगनदीप के विरुद्ध थाना सदर सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) में भी धोखाधड़ी समेत अन्य मामलों में मुकदमे दर्ज है। गिरफ्तार दोनों आरोपितों के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
बता दें, कुछ लोगों ने खुद को आयकर अधिकारी बताकर राजस्व विभाग से हाजी इकबाल की संपत्तियों के दस्तावेज धोखे से हासिल कर लिए थे। तहसील प्रशासन के साथ हुई इस धोखाधड़ी की सूचना से हंगामा मच गया था। आयकर विभाग द्वारा ऐसी कोई कार्रवाई करने से इंकार के बाद विकासनगर कोतवाली में राजस्व उपनिरीक्षक विकासनगर डिंपल ने तहरीर दी थी। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।