लच्छीवाला फॉरेस्ट नेचर पार्क में बना हर्बल गार्डन और तितली पार्क पर्यटकों के लिए आने वाले सीजन में खुल जाएंगे। जिससे पर्यटक तितलियों का संसार देखने के साथ औषधिय गुणों वाले पौधों के बारे में जानकारी ले सकेंगे। वन क्षेत्राधिकारी, लच्छीवाला घनानंद उनियाल ने जानकारी दी, कि लच्छीवाला नेचर पार्क परिसर में पांच हेक्टेयर में बने हर्बल गार्डन और तितली पार्क को पर्यटकों के लिए शुरू किया जा रहा है। दोनों को व्यवस्थित बनाने के लिए विभागीय स्तर पर काम हो रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लच्छीवाला नेचर पार्क में पर्यटकों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर पार्क में कृत्रिम झील का विस्तार किया जा रहा है। वहीं अब पांच हेक्टेयर में बनाए गए हर्बल गार्डन और तितली पार्क को भी पर्यटकों के लिए खोलने की तैयारी है। पार्क परिसर में वन विभाग ने हर्बल गार्डन तैयार किया है। जिसका उद्देशय पर्यटकों को औषधीय गुणों वाले पौधों के बारे में जानकारियां देना है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, लच्छीवाला नेचर पार्क में तितली पार्क भी बना है, जहां रंग-बिरंगी तितलियों की दुनिया है, लेकिन इस पार्क को अभी पर्यटकों के लिए नहीं खोला गया है। पर्यटकों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होने के बाद वन विभाग ने हर्बल गार्डन और तितली पार्क को आगामी सीजन से खोलने की तैयारी की है। पार्क में पर्यटकों को नेचर ट्रेल से लेकर कैनोपी व्यू का आनंद मिलेगा।
वन क्षेत्राधिकारी के अनुसार, नेचर पार्क के हर्बल गार्डन में ऐलोवेरा, धातकी, अनार, सीता अशोक, निर्गुडी, विषमार, पुत्रजीवां, हरश्रृंगार, प्रियांगु, आंवला, हरड, बहेड़ा, जामुन, मरोडफली, बेल, अमलतास, बिक्सा, रीठा, इलाइची, कपूर, श्यामातुलसी, जावाग्रास, लेमनग्रास, देशी गुड़हल,नीम, अखरोट, टिमरू, गरम मसाला, दालचीनी, नींबू, वन हल्दी आदि कई प्रकार के जड़ी-बूटी और औषधीय पौधों के विषय में पर्यटक जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।