मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा बुधवार (14 फरवरी 2024) को जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर नवनिर्मित टर्मिनल भवन फेज-2 का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद व एयरपोर्ट सलाहकार समिति के अध्यक्ष डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक भी उपस्थित रहे।
उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान मंच से जनता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “केंद्रीय नागर विमानन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जी के प्रयासों से ही उत्तराखंड में हवाई सेवा मजबूत हुई है। उन्होंने कहा, “भारत घरेलू उड़ान के मामले में पूरे विश्व में तीसरे स्थान पर आ गया है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आम व्यक्ति को हवाई सेवा का लाभ देने के लिए तेजी से काम हो रहा है।”
#WATCH | Dehradun: On the inauguration of the new terminal building (Phase 2) of Dehradun Airport at Jolly Grant, Uttarakhand CM PS Dhami says, "…With the inauguration of terminal 2, there'll be at least 10 times increase in traffic and services… After PM Modi became the… pic.twitter.com/P11kfBoaM4
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 14, 2024
सीएम धामी ने कहा, “भारत सरकार के सहयोग से प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमने चुनौतियों को अवसरों में बदलने का प्रयास किया है। आज बाहर के लोगों को भी प्राधिकरण सस्ती हवाई सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।” मुख्यमंत्री ने कहा, “वर्तमान में 13 हवाई पोर्ट का निर्माण प्रदेश में किया जा रहा है। हमारा प्रयास पर्यटकों को आवागमन की हर सेवा उपलब्ध कराना है। जौलीग्रांट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। इसी के तहत इस टर्मिनल का लोकार्पण हुआ है।”
"वर्तमान में 13 हवाई पोर्ट का निर्माण प्रदेश में किया जा रहा है। हमारा प्रयास पर्यटकों को आवागमन की हर सेवा उपलब्ध कराना है। जौलीग्रांट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। इसी के तहत इस टर्मिनल का लोकार्पण हुआ है।": मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami pic.twitter.com/XuFrrhEFWy
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) February 14, 2024
वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन कार्यक्रम से जुड़े केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ”यह कहना गलत नहीं होगा, कि यह देवभूमि भारत के 140 करोड़ लोगों के लिए नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए है। देहरादून एयरपोर्ट का एक लंबा इतिहास है। 2004 में देहरादून केवल तीन से जुड़ा शहर था। और अब यह पूरे भारत के 13 शहरों से जुड़ गया है। उन्होंने कहा, कि हमने पीएम मोदी के ‘विकास और विरासत’, ‘समृद्धि और संस्कृति’ के दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करने की कोशिश की है।
आज, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी की सम्मानित उपस्थिति में देहरादून स्थित जॉली ग्रांट हवाईअड्डे के नए टर्मिनल भवन का लोकार्पण कर एक अत्यंत सुखद अनुभूति हुई।
यह लोकार्पण, प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की विमानन सेवाओं के सुदूर क्षेत्रों तक विस्तारीकरण की… pic.twitter.com/r36LtAi9AH
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) February 14, 2024
बता दें, कि जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर नवनिर्मित टर्मिनल भवन को आधुनिक तकनीक से लैस किया गया है। टर्मिनल की नई बिल्डिंग में उत्तराखंड की लोक कला और संस्कृति की झलक चित्रित की गई है। 486 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुई नवनिर्मित टर्मिनल बिल्डिंग से एयरपोर्ट की यात्री क्षमता पहले के मुकाबले लगभग 10 गुना बढ़ जाएगी।
जौलीग्रांट एयरपोर्ट के नवनिर्मित टर्मिनल भवन फेज-2 के उद्घाटन के साथ ही एयरपोर्ट के क्षेत्र में 42,776 वर्ग मीटर का विस्तार हो गया है। इससे पहले पुरानी टर्मिनल बिल्डिंग 28729 वर्ग मीटर क्षेत्र में थी। नई टर्मिनल बिल्डिंग पुरानी बिल्डिंग की तुलना में 10 गुना अधिक क्षमता वाली हो गई है।
देहरादून के डोईवाला स्थित जोलीग्रांट एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन में यात्री सुविधाओं के लिए 48 चेक इन काउंटर, 4 कन्वेयर बेल्ट, 12 बैगेज, एक्स-रे मशीन और 500 कारों की पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है। वहीं टर्मिनल भवन में दिव्यांग जनों के लिए भी व्यवस्था की गई है। इसमे रैंप, लिफ्ट और विशेष रूप से टॉयलेट जैसी सुविधा उपलब्ध है।