‘कश्मीर फाइल्स’ व ‘केरल स्टोरी’ के बाद अजमेर में 30 साल पहले घटित एक खौफनाक सच्ची घटना पर आधारित फिल्म ‘अजमेर 92’ इसी वर्ष जुलाई महीने में रिलीज होने जा रही है। राजस्थान के अजमेर में हुए ‘सेक्स स्कैंडल कांड’ पर आधारित फिल्म को बनाने का साहस रिलायंस एंटरटेनमेंट ने किया है। उन्होंने फिल्म का फस्ट लुक जारी करते हुए जानकारी दी, कि अजमेर 92 इस साल 14 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी।
Unveiling a heart-wrenching story of 250 girls from Ajmer.#Ajmer92 releasing in cinemas on 14th July.@KaranVermaActor #SumitSingh @SayajiShinde @actormanojjoshi #ShaliniKapoorSagar #AlkaAmin #BrijendraKalra #ZarinaWahab @Pusshpendra @UmeshNDTiwari @UandKFilms #LittleCrew pic.twitter.com/lDDic631jf
— Reliance Entertainment (@RelianceEnt) May 26, 2023
फिल्म के पोस्टर में अखबार की खबरों के जरिये 250 कॉलेज गर्ल्स की न्यूड फोटो बँटने की खबरें, रातों-रात 28 परिवारों के लापता होने की घटना और आत्महत्याओं का उल्लेख किया गया है। इस फिल्म में करण वर्मा, सुमित सिंह, सायजी शिंदे और मनोज जोशी जैसे दिग्गज कलाकार मुख्य किरदारों में नजर आएँगे। फिल्म का निर्देशन पुष्पेंद्र सिंह ने किया है, जबकि इस फिल्म के निर्माता उमेश कुमार है।
‘AJMER 92’ TO RELEASE ON 14 JULY… A #RelianceEntertainment presentation, #Ajmer92 will release in *cinemas* on 14 July 2023… Stars #KaranVerma, #SumitSingh, #SayajiShinde and #ManojJoshi… Directed by #PushpendraSingh… Produced by #UmeshKumarTiwari. pic.twitter.com/ddKnAedh6D
— taran adarsh (@taran_adarsh) May 26, 2023
बता दें, राजस्थान के अजमेर में नब्बे के दशक में घटित एक घटना से पूरे देश में हंगामा मच गया था। इस मामले में अजमेर के एक रसूखदार परिवार, उनके सगे-संबंधियों और परिचितो ने लगभग 300 लड़कियों को ब्लैकमेल किया। पुलिस की जांच-पड़ताल में पता चला, कि इन लड़कियों से दुष्कर्म किया गया और फिर उनकी न्यूड तस्वीरें खींचकर उनसे वह सबकुछ करवाया, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। कई लड़कियों को ब्लैकमेल करते हुए उन्हें जबरन वेश्यावृत्ति में भी धकेला गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अजमेर के ब्लैकमेलिंग और सेक्स स्कैंडल कांड का खुलासा अप्रैल 1992 में हुआ था। इस सुनियोजित षड्यंत्र की शिकार अधिकतर स्कूल और कॉलेज जाने वाली लड़कियाँ हुई थी। दिल को दहलाने देने वाले इस कांड को दुनिया के सामने लाने वाले पत्रकार संतोष कुमार थे।
जब इस घटनाक्रम के खुलासे के बाद अजमेर कई दिनों तक बंद रहा था। भारी संख्या में जनता विरोध-प्रदर्शन करते हुए सड़क पर उतर गई थी। इस कांड में आरोपितों में से अधिकतर समुदाय विशेष से थे और पीड़ित लड़कियाँ सामान्यतः हिंदू परिवारों से थी। पुलिस ने इस केस में 18 लोगो को आरोपित बनाया था। इस मामले में 200 से भी अधिक पीड़िताएँ थी, लेकिन कुछ ही साहस करके बयान देने आगे आई थी।