विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार (26 सितंबर 2023) को संयुक्त राष्ट्रमहासभा के 78वें सत्र को संबोधित किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए भारतीय विदेश मंत्री ने कहा, कि भारत ने वैश्विक तनाव के वक्त में G-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता सफलतापूर्वक की और अहम बदलाव का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा, G-20 के परिणाम पूरे विश्व के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने संबोधन में कहा, कि भारत के प्रयासों से अफ्रीकी संघ G-20 का स्थायी सदस्य बन गया है। उन्होंने कहा, कि भारत अब गुटनिरपेक्षता से निकलकर विश्व मित्र की भूमिका में पूरी दुनिया के लिए सकारात्मक भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा, कि भारत ने वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ समिट बुलाकर G-20 की अध्यक्षता में यह तय किया, कि वृद्धि और विकास को सबसे कमजोर वर्ग के लोगों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
विदेश मंत्री ने कहा, कि वर्तमान में विश्व असाधारण उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा, कि भारत ने असाधारण जिम्मेदारी की भावना के साथ G-20 की अध्यक्षता संभाली। हमने ‘वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर’ का दृष्टिकोण अपनाया, जिसकी वजह से कुछ देशों के संकीर्ण हितों से हम बाहर निकले।
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अपने संबोधन की शुरुआत ”भारत की ओर से नमस्ते!” के साथ की और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार की माँग को एक फिर से दोहराया। उन्होंने कहा, कि भारत के नेतृत्व में हमने G-20 में अफ्रीकी संघ को शामिल किया और अब वक्त आ गया है, कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का विस्तार हो, ताकि वो प्रासंगिक बना रह सके।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, कि भारत गुटनिरपेक्षता के युग से बाहर निकल कर “विश्व मित्र के युग” या दुनिया के मित्र के युग में बदल चुका है। भारत अपने तमाम साझेदारों के साथ सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है। अब हम गुटनिरपेक्षता के युग से आगे ‘विश्व मित्र – दुनिया के लिए एक मित्र’ के रूप में स्वयं को बदल चुके है।
#WATCH | EAM Dr S Jaishankar addresses the United Nations General Assembly in New York
"The world is witnessing an exception period of turmoil…At this juncture, it was with a sense of exceptional responsibility India took up the presidency of G20. Our vision of 'One Earth, One… pic.twitter.com/OCkMi78y7B
— ANI (@ANI) September 26, 2023
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र महासभा के 78वें सत्र को संबोधित करने से पूर्व विदेश मंत्री ने महासभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेस समेत अपने कई समकक्षों से मुलाकात की है। बता दें, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पिछले सप्ताह शुक्रवार को अमेरिका के अपने 9 दिवसीय दौरे की शुरुआत की थी। विदेश मंत्री मुख्य रूप से न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सत्र और ग्लोबल साउथ पर एक विशेष सम्मेलन के आयोजन में शामिल होने के लिए अमेरिका पहुंचे थे।
विदेश मंत्री ने बीते सोमवार को मेडागास्कर के विदेश मंत्री से भी मुलाकात की और विकास साझेदारी व विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के मुद्दों पर महत्वपूर्ण चर्चा की। वहीं इससे पहले रविवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मेक्सिको, बोस्निया और हर्जेगोविना और आर्मेनिया के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें की थी।