भारत में लगभग 13 ,500 करोड़ रुपये के लोन फर्जीवाड़े मामले में फरार भगोड़े हीरा व्यवसायी मेहुल चोकसी को डोमिनिका में गिरफ्तार कर लिया गया है। वह हाल ही में बारबुडा और एंटीगुआ से लापता हो गया था। बारबुडा और एंटीगुआ के अनुरोध पर जारी येलो नोटिस के बाद डोमिनिका पुलिस द्वारा मेहुल चोकसी को मंगलवार रात हिरासत में ले लिया था।
मेहुल चोकसी वर्ष 2018 से बारबुडा और एंटीगुआ की नागरिकता लेकर भारत के कानून से बचने के लिए वही रह रहा था। येलो नोटिस इंटरपोल दुनिया में लापता लोगो की जानकारी पता करने के लिए जारी करता है। डोमिनिका पुलिस मेहुल चोकसी को वर्तमान में बारबुडा और एंटीगुआ की रॉयल पुलिस फोर्स को सौपने की तैयारी कर रही है।
जानकारी के लिए आपको बता दे, पीएनबी लोन धोखाधड़ी मामले में आरोपी भगोड़े व्यवसायी मेहुल चोकसी के एंटीगुआ और बारबुडा से लापता होने की जानकारी सामने आने के बाद भारत भी हरकत में आ गया था। सीबीआई द्वारा तत्काल एंटीगुआ दूतावास से संपर्क साधा और भगोड़े मेहुल चौकसी के पते -ठिकाने के बारे में जानकारी मांगी।
इसके बाद एंटीगुआ पुलिस ने अपने एक आधिकारिक बयान में कहा, कि मेहुल चोकसी रविवार शाम को आखिरी बार 05:15 बजे देखा गया था और उसके बाद उसका ठिकाना अज्ञात है। मेहुल चोकसी के गायब होने पर एंटीगुआ की संसद में यह मुद्दा विपक्षी पार्टियों ने उठाया था। चौतरफा दबाब के बाद प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने कहा, कि उनकी सरकार भारत और इंटरपोल के साथ मिलकर मेहुल चोकसी का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने कहा कि अगर मेहुल चोकसी फरार भी है, तो उसकी अनुपस्थिति में भी अदालत में निर्णय सुनाया जायेगा ,और उसकी नागरिकता को वापस छीन लिया जायेगा। इसके बाद स्थानीय पुलिस ने सघन तलाशी अभियान चलाकर मेहुल चोकसी को पकड़ने की कोशिश की परन्तु पुलिस उसकी कार ही बरामद कर पायी। फिलहाल भगोड़ा मेहुल चोकसी डोमोनिक पुलिस की गिरफ्त में है और जल्द ही उसे एंटीगुआ प्रशासन को सौंपा जा सकता है।