मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार (25 जनवरी 2023) को सचिवालय में जी-20 समिट (G-20 Summit) की तैयारियों के निमित्त अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए, कि आगामी 25 से 28 मई एवं 26 से 28 जून 2023 में उत्तराखंड में प्रस्तावित जी-20 की बैठकों के लिए सभी जरुरी व्यवस्थाओं में तेजी लाई जाए। सीएम धामी ने कहा, कि उत्तराखण्ड में होने वाली जी-20 की बैठकों की तैयारियों को लेकर वे स्वयं प्रत्येक 15 दिनों में समीक्षा करेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, कि उत्तराखण्ड में होने वाली जी-20 की बैठकों के जिस विभाग को जो दायित्व सौंपा गया है, उससे संबंधित विभागीय सचिव उसकी नियमित समीक्षा करें। सीएम धामी ने कहा, कि उत्तराखण्ड में आमंत्रित देशों के प्रतिनिधियों के समक्ष जो भी प्रस्तुतीकरण दिया जाना है, उसकी समय पर पूरी तैयारियां कर ली जाएं। साथ ही यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि जिन उत्पादों को हम व्यापक स्तर पर वैश्विक पहचान दिला सकते हैं, उनकी विशिष्टता की पहचान कर ली जाए।
सीएम धामी ने कहा, कि उत्तराखण्ड में जी-20 की जो दो बैठकें आयोजित होंगी, इसमें प्रयास किये जायेंगे कि एक बैठक गढ़वाल मण्डल एवं एक बैठक कुमांऊँ मण्डल में हो। साथ ही जी-20 संबंध में जन जागरूकता के लिए विभिन्न विभागों द्वारा व्यापक स्तर पर जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाए।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में आमंत्रित देशों के प्रतिनिधियों के समक्ष जो भी प्रस्तुतीकरण दिया जाना है, उसकी समय पर पूरी तैयारियां कर ली जाएं। साथ ही यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि जिन उत्पादों को हम व्यापक स्तर पर वैश्विक पहचान दिला सकते हैं, उनकी विशिष्टता की पहचान कर ली जाए।
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) January 25, 2023
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि उत्तराखण्ड में मई एवं जून में होने वाली जी-20 की दोनों बैठकों में जी-20 एवं आमंत्रित देशों के जो प्रतिनिधि शामिल होंगे। उनके सामने जो भी प्रस्तुतीकरण दिया जाना है, उसकी समय पर पूरी तैयारियां कर ली जाएं। उन्होंने कहा, कि उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का यह हमारे पास एक अच्छा अवसर है।
मुख्यमंत्री ने कहा, कि उत्तराखंड में होने वाली जी-20 संबंध में जन जागरूकता के लिए शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, सूचना विभाग एवं पुलिस द्वारा व्यापक स्तर पर जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाए। जनपदों में बहुउद्देशीय शिविरों के माध्यम से भी लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाए। बैठक के दौरान सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये, कि जी-20 की बैठकों में आयोजन स्थल पर उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों पर आधारित स्टॉल लगाये जाएं। उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि उत्तराखंड योग की भूमि है, योग एवं आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए जो कार्य किये जा रहे है, समिट में इसका प्रस्तुतीकरण भी दिया जाए। उन्होंने कहा, कि जी-20 की बैठकों में अनेक देशों से प्रतिनिधि आयेंगे, इसके लिए विदेशी भाषाओं के जानकारों की भी सेवाएं ली जाएं। राज्य में होने वाले जी-20 की बैठक के बेहतर आयोजन के लिए राजनीतिक एवं सामाजिक संगठनों के सुझाव आमंत्रित किये जायें।
बैठक के दौरान मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव श्री आर. के सुधांशु, अपर पुलिस महानिदेशक श्री वी. मुरूगेशन, श्री ए.पी अंशुमन,सचिव श्री आर.मीनाक्षी सुदंरम, सूचना महानिदेशक श्री बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी टिहरी डॉ. सौरभ गहरवार वर्चुअल माध्यम से गढ़वाल कमिश्नर श्री सुशील कुमार, जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका, जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।