शनिवार (20 मई 2023) को हिरोशिमा में रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की मुलाकात हुई। हालाँकि यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पीएम मोदी और जेलेंस्की के बीच कई बार फोन पर बातचीत हो चुकी है, लेकिन यह पहला मौका है, जब दोनों नेता आमने- सामने मिले है। उल्लेखनीय है, कि हाल ही में यूक्रेन की उप विदेश मंत्री एमिन दजापरोवा ने भी भारत की यात्रा की थी।
गौरतलब है, कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की इस समय दुनिया भर के बड़े और प्रमुख देशों से समर्थन की मांग कर रहे है। विदेश नीति के जानकारों ने ऐसी आशंका जताई है, जेलेंस्की रूस के ऊपर एक बड़ा हमला करने की तैयारी कर रहा है। इसी के मद्देनजर यूक्रेन प्रमुख देशों के साथ बैठक कर रहा है। बैठक के बाद अब तक यह ज्ञात नहीं हो पाया है, कि आखिर बैठक में दोनों राष्ट्राध्यक्षों के बीच किन मुद्दों पर चर्चाएं हुई है।
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने कहा, “यूक्रेन युद्ध विश्व का एक बड़ा मुद्दा है। मैं इसे मात्र अर्थव्यवस्था और राजनीति का मुद्दा नहीं मानता, मेरे लिए यह मानवता का मुद्दा है। भारत और मैं युद्ध के समाधान के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, वह करेंगे।”
Japan | "I briefed the interlocutor in detail on the Ukrainian Peace Formula initiative and invited India to join its implementation. I spoke about Ukraine's needs in humanitarian demining and mobile hospitals. I thank India for supporting our country's territorial integrity and…
— ANI (@ANI) May 20, 2023
बता दें, पिछले वर्ष फरवरी 2022 में रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। इसके बाद पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ-साथ जेलेंस्की से भी बात की थी। 4 अक्टूबर 2022 को राष्ट्रपति जेलेस्की से फोन पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा था, कि भारत किसी भी शांति के लिए किए जा रहे प्रयासों में योगदान दे सकता है। वहीं पिछले साल ही उज्बेकिस्तान में पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा था, कि आज का युग युद्ध का युग नहीं है।