दून पुलिस की सतर्कता के चलते शहर में गैंगवार की एक बड़ी घटना टल गई। पुलिस टीम ने समय से पहले गैंगवार को विफल करते हुए दो गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है। खूनी गैंगवार को अंजाम देने की नीयत से दोनों गुटों ने भारी मात्रा में अवैध असलहा जमा कर रखा था। दोनों गैंग के सदस्यों के खिलाफ पहले से ही कई मुकदमे दर्ज है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एसएसपी कार्यलय को सूचना मिली थी, कि देहरादून में आपराधिक मानसिकता वाले दो गिरोह वर्चस्व की लड़ाई को लेकर गैंगवार कर शहर में बड़ी घटना को अंजाम दे सकते है। सूचना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए एसएसपी द्वारा गैंगवार को रोकने और दोनों गैंग के सदस्यों को पकड़ने के लिए एसओजी, थाना क्लेमेंट टाउन और बसंत विहार पुलिस को निर्देश दिए।
शहर में गैंगवार की साजिश को विफल करने के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया। बुधवार रात पुलिस टीम को गैंगवार की साजिश रचने वालों के बारे में सूचना मिली। इसके बाद पुलिस ने दबिश देकर दोनों गैंग के तीन-तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
दून पुलिस को मिली सफलता, स्टूडेंट्स की गैंगवार को समय से पहले किया विफल
SSP Dehradun को मिली गोपनीय सूचना पर, दून पुलिस की बडी कार्यवाही, एस0ओ0जी0 टीम थाना बसन्तविहार व थाना क्लेमन्टाउन की टीम को किया गया था गठितअलग-अलग 02 गैग के 06 सदस्यों को दून पुलिस ने किया गया गिरफ्तार— Dehradun Police Uttarakhand (@DehradunPolice) November 28, 2024
पुलिस के अनुसार, एक गैंग के सदस्य आसिफ, ऋतिक और आकाश को थाना क्लेमेंटटाउन क्षेत्र के अंतर्गत आशारोड़ी और क्लेमेंटटाउन से दबोचा गया। जबकि दूसरी गैंग के कार्तिक, हिमांशु और विराट को थाना बसंत विहार क्षेत्र के अंर्तगत इंजीनियरिंग एन्क्लेव से गिरफ्तार किया गया है। तलाशी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 1 पिस्टल 315 बोर, दो कारतूस और तीन तमंचे, चार कारतूस बरामद किए है।
दोनों गैंग के खिलाफ थाना बसंत विहार और थाना क्लेमेंटटाउन में अलग-अलग दो मुकदमे दर्ज किये गए है। गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है, कि पूछताछ के दौरान पता चला है, कि यदि वक्त रहते प्रभावी कार्रवाई नहीं की जाती, तो कुछ दिनों में देहरादून शहर में बड़ी गैंगवार की घटना हो सकती थी।
प्रेसवार्ता के दौरान एसएसपी अजय सिंह ने बताया, कि गैंग के सदस्यों से पूछताछ में पता चला है, कि आसिफ मलिक के खिलाफ इस साल थाना क्लेमेंटटाउन में आर्म्स एक्ट में एक मुकदमा दर्ज हुआ था। आसिफ पर मुकदमा दर्ज होने के बाद कार्तिक और उसके गैंग के सदस्य आसिफ और उसके दूसरे साथियों की गिरफ्तारी का समर्थन कर रहे थे। शहर में दबदबे को लेकर आसिफ मलिक और कार्तिक की गैंग में जोर-आजमाइश चल रही थी।
दोनों गैंग देहरादून शहर में अपना वर्चस्व बढ़ाना चाहते थे। वहीं आसिफ को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद दोनों गैंग के बीच तनातनी बढ़ गई। दोनों गैंग एक-दूसरे को सबक सिखाने के लिए गैंगवार की तैयारी में थे। इसी बीच कार्तिक की गैंग ने आसिफ गैंग के फरमान के साथ मारपीट कर दी। इसके बाद आसिफ की शिकायत पर कार्तिक गैंग के खिलाफ पटेल नगर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था।
इस घटना के बाद दोनों गुटों के बीच रंजिश और ज्यादा बढ़ गई। दोनों गैंग के सदस्यों ने भारी मात्रा में अवैध असलहे इकट्ठा कर लिए और देहरादून को बड़ी गैंगवार से दहलाने की तैयारी में थे। इस बीच संभावित गैंगवार की सूचना एएसपी कार्यलाय तक पहुंच गई और समय रहते सटीक रणनीत से अपराधियों के मंसूबे विफल कर दिए गए। एसएसपी ने पुलिस टीम को नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।