देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के महापर्व के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से लगातार 10वीं बार राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया। इसके साथ ही पीएम मोदी 10वीं बार लाल किले से देश को संबोधित करने वाले चौथे प्रधानमंत्री बन गए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में राष्ट्र को दूरगामी संदेश देते हुए देश को स्थायित्व देने की बात दोहराई और अगले साल फिर से लाल किले पर मिलने का वादा किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहराई से अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान मोदी सरकार के 10 वर्षो के कार्यकाल और अगले पांच वर्षों के कार्यकाल को भविष्य के 1000 साल की बुनियाद के तौर पर स्थापित करने का प्रयास किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि 1947 से पहले की पीढ़ी को राष्ट्र के लिए बलिदान देने का अवसर मिला था, हमारी पीढ़ी को राष्ट्र के निर्माण में लगने और जीने का मौका मिला है।
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 जिक्र करते हुए लालकिले के प्राचीर से पीएम मोदी ने ऐलान किया, कि अगली बार इसी लालकिले से देश की उपलब्धि और देश का गौरव गान प्रस्तुत करूंगा। उन्होंने कहा, अभी जो योजनाओं का शिलान्यास कर रहा हूँ, उसका उद्घाटन भी मै ही करूंगा । उल्लेखनीय है, अगले साल 15 अगस्त पर लाल किले पर आने की बात कहकर पीएम मोदी द्वारा यह स्पष्ट कर दिया है, कि अभी उनका राष्ट्र को आगे ले जाने का सपना पूर्ण नहीं हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कि आने वाले समय में विश्वकर्मा जयंती पर हम 13-15 हजार करोड़ रुपये से नई ताकत देने के लिए हम आने वाले महीने में ‘विश्वकर्मा योजना’ का शुभारंभ करेंगे। पीएम मोदी ने कहा, कि सरकार इस योजना के जरिए पारंपरिक कौशल वाले श्रमिकों को सहायता पहुंचाएगी। इसमें सुनार, लोहार, नाई और चर्मकार जैसे पारंपरिक कौशल वाले लोगों को सम्मिलित किया जाएगा और उन तक मदद पहुंचाई जाएगी।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा, कि देश की युवा शक्ति पर मेरा भरोसा है। युवा शक्ति में सामर्थ्य है और हमारी नीतियां भी उसी युवा सामर्थ्य को और और बल देने के लिए है। प्रधानमंत्री ने कहा, कि मैं आपकी मदद और आपका आशीर्वाद माँगने आया हूँ। उन्होंने कहा, कि भारत के सामर्थ्य में कभी कमी नहीं थी। जो देश कभी सोने की चिड़िया था, वो देश साल 2047 में आजादी के 100 वर्ष पूरे होने तक फिर से विकसित राष्ट्र बन चुका होगा।
पीएम मोदी ने कहा, “जब वे भारत में निर्मित उत्पाद देखते है, तो उन्हें इसकी गुणवत्ता पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए।” पीएम मोदी ने बताया, कि कैसे हाल ही में बाली में जी-20 की बैठक में विश्व नेताओं को यह जानने में विशेष रुचि थी, कि भारत के डिजिटल इंडिया कार्यक्रम कैसे प्रभाव पैदा करने में सक्षम रहे है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत में छोटे शहरों की आकांक्षाएं और क्षमताएं ऊंची है और मैं उन्हें बताना चाहता हूँ, कि उन्हें विकास के लिए आवश्यक अवसरों की कमी महसूस नहीं होगी।”
पीएम मोदी ने कहा, कि कोरोना के बाद एक नया विश्व ऑर्डर, एक नया ग्लोबल ऑर्डर, एक नया जियो पॉलिटिकल इक्वेशन यह बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। जियो पॉलिटिकल इक्वेशन की सारी व्याख्याएँ बदल रही है, परिभाषाएँ बदल रही है। आज भारत ग्लोबल साउथ (गरीब देशों) की आवाज बन रहा है। भारत की समृद्धि, विरासत आज दुनिया के लिए एक अवसर बन रही है। भारत का नाम ही दुनिया में स्थिरता की गारंटी है।