राजस्थान के अलवर जिले के राजगढ़ में स्थित प्राचीन हिंदू मंदिरो को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया है। स्थानीय लोग शिवालय पर जूते पहनकर चढ़ने और मूर्तियों पर कटर मशीन चलाकर काटने से हुई धार्मिक प्रतीकों की बेअदबी से बेहद आहात है। स्थानीय हिंदू समाज समेत हिंदूवादी संगठन इस कुकृत्य से भीषण आक्रोशित है। अशोक गहलोत सरकार के इस फैसले की सम्पूर्ण भारत में जनता आलोचना कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, लगभग तीन सौ साल पुराने मंदिर को ध्वस्त करने के लिए जेसीबी मशीन लाई गई थी। इंडिया टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, मंदिर के गर्भगृह में स्थापित शिवलिंग को भी अपवित्र करते हुए ड्रिल मशीन का इस्तेमाल करके उखाड़ दिया गया। इसके विरोध में नगर पालिका के EO, SDM और राजगढ़ विधायक के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज करवाने के लिए शिकायत दी गई है, हालाँकि पुलिस ने अभी तक इस मामले में मुकदमा दर्ज नहीं है।
अलवर में हुई कार्रवाई के बाद भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की गहलोत सरकार को 300 साल पुराने शिव मंदिर को तोड़ने और हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुँचाने का दोषी ठहरा रही है। भाजपा ने कहा, कि जहाँगीरपुरी का बदला लेने के लिए अलवर के राजगढ़ में गहलोत सरकार ने शिव मंदिर ध्वस्त कर दिया।
राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने अलवर में 300 साल पुराना शिवमंदिर बुलडोजर से तुड़वा दिया है
जो औरंगजेब नहीं तोड़ पाया उनको अब कांग्रेस तुड़वा रही है !@RahulGandhi हैलो शिवभक्त,आपने अपने "सेक्युलर" बुलडोजर से भगवान शिव का ही मंदिर तुड़वा दिया??
300 साल पुरानी विरासत मिटा दी आपने pic.twitter.com/S0STmNNkVw— Major Surendra Poonia (@MajorPoonia) April 22, 2022
जानकारी के अनुसार, अलवर जिले के राजगढ़ में मास्टर प्लान के नाम पर प्राचीन भवनों, दुकानों पर बुलडोजर चलवा दिया गया। इसी दौरान मास्टर प्लान के तहत कार्रवाई करने वाले अधिकारियाों ने कथित विकास के नाम पर हिंदू मंदिरों को भी ध्वस्त कर दिया। बताया जा रहा है, कि बुलडोजर की कार्रवाई के बाद राजगढ़ कस्बे का मुख्य मार्ग खंडर में तब्दील हो गया। उल्लेखनीय है, कि भवनों व दुकानों को बिना किसी मुआवजे के मास्टर प्लान का हवाला देकर ध्वस्त कर दिया।