ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार इस समय दिल्ली पुलिस की हिरासत में हैं। न्यायलय ने दिल्ली पुलिस के अनुरोध पर सुशील कुमार की रिमांड चार दिन के लिए और बढ़ा दी है। हत्या के आरोपी सुशील कुमार के जेल में जाने के बाद और भी बहुत सारे खुलासे हो रहे है। दरअसल अब सुशील कुमार के बारे में एक किराना का स्टोर चलाने वाले व्यक्ति ने खुलासा किया है, कि जब मैंने सुशील कुमार से उधार दिए गए सामान के पैसे मांगे, तो सुशील कुमार ने मेरे साथ अभद्र व्यवहार किया और साथ ही मारपीट की धमकी भी दी।
जानकारी के अनुसार सतीश गोयल जो छत्रसाल स्टेडियम के पास ही गोयल किराना स्टोर्स नाम से विगत 18 वर्षो से एक दुकान चलाता है, और छात्रसाल स्टेडियम में पिछले कुछ सालों से राशन का सामान इनकी दुकान से ही जा रहा है। पिछले साल कोरोना संक्रमण के बाद लॉक डाउन के दौरान वीरेंद्र नाम के एक नए कोच ने पूरे साल उनकी दुकान से राशन लिया था। लेकिन कुछ समय के बाद सतीश गोयल को पता चला, कि कोच वीरेंद्र का छत्रसाल स्टेडियम से ट्रांसफर हो गया है। ये जानकारी मिलने के बाद सतीश गोयल अपने राशन के उधार के पैसे मांगने छत्रसाल स्टेडियम गया, तो छात्रसाल स्टेडियम में उसकी मुलाकात अशोक और धर्मा नाम के दो व्यक्ति से हुई।
अशोक ने सतीश गोयल से कहा कि वह अपने राशन के बिल लेकर अगले दिन छत्रसाल स्टेडियम आ जाये। अगले दिन राशन के बिल लेकर छत्रसाल स्टेडियम जाने पर उसे उसके अगले दिन पहलवान सुशील कुमार से मिलने के लिए कहा गया। अगले दिन अपने राशन के बिलो के भुगतान की उम्मीद में सतीश गोयल छत्रसाल स्टेडियम गया ,तो उसने सुशील कुमार को पूरी बात बताई और कहा, “कि मैं एक किराने की दुकान चलाने वाला मामूली दुकानदार हूँ । और अगर मेरा चार लाख के उधार का भुगतान नहीं हुआ तो मैं मर जाऊंगा।”
एक साधारण राशन की दुकान चलाने वाले सतीश गोयल के इस भुगतान के निवेदन के बाद पहलवान सुशील कुमार ने जो जवाब दिया वह उस दुकानदार के लिए वाकई में चौका देने वाला था। सुशील कुमार ने उस राशन की दुकान चलाने वाले सतीश गोयल से कहा, “कि अच्छा तो तुम मर जाओगे तो जा कर मर जाओ”। सतीश गोयल किसी प्रकार उस दिन सुशील कुमार और उसके दोस्तों के बीच से अपनी जान बचाकर छत्रसाल स्टेडियम से भागा। इसके बाद कई हफ्तों तक सतीश गोयल इन सब लोगो से बच कर अपने घर में छुपा रहा। कई दिनों तक घर में छुपने के बाद सतीश गोयल ने हिम्मत जुटाकर पिछले वर्ष सितंबर महीने में उसने पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन सुशील कुमार के रसूख के चलते पुलिस ने इस शिकायत पर कोई एक्शन नहीं लिया।
वर्तमान में जब सुशील कुमार हत्या के आरोप में जेल में बंद है, तो पुलिस द्वारा स्वयं सतीश गोयल को फोन कर मामले में कार्रवाई का भरोसा दिया है। सतीश गोयल ने कहा, कि सुशील कुमार के एक साथी अशोक ने भी उनसे 25000 रुपये का राशन लिया था। जो अशोक ने कोरोना काल में जरूरतमदों की सहायता के नाम पर लिया था। लेकिन उन पैसो का भी भुगतान सुशील कुमार के साथी अशोक ने अब तक नहीं किया है।
दुकानदार सतीश ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा, कि मैंने छात्रसाल स्टेडियम में पहलवानी करने वाले लड़को को बड़ी-बड़ी गाड़ियां लेकर आते देखा है। उस वक्त मुझे लगता था, कि लड़कों ने बहुत मेहनत करके इस मुकाम को हासिल किया है। परन्तु आज जब सुशील कुमार पर सागर धनकड़ की हत्या का आरोप लगा है। तब जाकर इनकी असलियत का अंदाजा हुआ है। हत्या के आरोपी पहलवान सुशील कुमार के सम्बन्ध विगत कई वर्षो से सुंदर भाटी, काला जठेड़ी व लारेंस बिश्नोई जैसे कुख्यात अपराधियों से रहे है।