दुष्कर्म-पॉक्सो के मामले में नामजद नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा को पुलिस ने 23 दिन बाद रामपुर उत्तर प्रदेश के चक्कू चौक से गिरफ्तार कर लिया है। वह 23 दिनों से फरार चल रहा था। मुकेश बोरा रामपुर में अपने वकील से मिलने आ रहा था। इसी दौरान पुलिस ने सर्विलांस की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया है। बता दें, कि फरार आरोपी के मूल निवास तथा किराये के आवास से उसकी चल सम्पत्ति की कुर्की पूर्व में ही की जा चुकी है।
नैनीताल एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने जानकारी देते हुए बताया, कि मुकेश बोरा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच टीमों का गठन किया गया था। ये टीमें उत्तर प्रदेश के बरेली, फरीदाबाद, दिल्ली और अन्य स्थानों पर उसके संभावित ठिकानों पर लगातार छापे मार रही थी। इसी बीच सर्विलांस की मदद से यह पता चला, कि मुकेश बोरा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करने के लिए उत्तर प्रदेश के रामपुर में एक वकील से संपर्क कर रहा था।
नैनीताल- थाना लालकुआँ में पंजीकृत रेप और पाक्सो एक्ट के मुकदमे में फरार चल रहे अभियुक्त मुकेश बोरा को नैनीताल पुलिस ने रामपुर, उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किया है। अभियुक्त के मूल निवास तथा किराये के आवास से उसकी चल सम्पत्ति की कुर्की पूर्व में ही की जा चकी है।#UttarakhandPolice pic.twitter.com/vsaPlI4efh
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) September 25, 2024
उन्होंने बताया, कि मुकेश बोरा रामपुर में एक वकील के साथ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करने की योजना बना रहा था। वह सुप्रीम कोर्ट में अपने वकील के माध्यम से जमानत लेना चाहता था। इस मामले में वह अपने वकील से मिलने रामपुर आ रहा था। इस दौरान आरोपी के पीछे लगी पुलिस टीमों ने मोबाइल सर्विलांस और सीसीटीवी की मदद से उसे ट्रैक किया और उत्तर प्रदेश के रामपुर स्थित चक्कू चौक से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने मुकेश बोरा के पास से एक नया मोबाइल बरामद किया है। इस नए मोबाइल की पुलिस सीडीआर निकालेगी। इस सीडीआर की मदद से ये पता लगाया जायेगा, कि मुकेश बोरा अपनी फरारी के बाद किस-किस के संपर्क में रहा और उसे आर्थिक मदद कौन उपलब्ध करा रहा था। साथ ही वह इस दौरान कहां-कहां रुका था, इसकी भी जाँच की जाएगी।
बता दें, कि मूलरूप च्यूरी गाड़ धारी मुक्तेश्वर नैनीताल और वर्तमान हिम्मतपुर मल्ला मुखानी निवासी मुकेश बोरा और उसके चालक कमल बेलवाल के खिलाफ एक महिला कर्मचारी ने एक सितंबर को लालकुआं कोतवाली में तहरीर दी थी। आरोप था, कि मुकेश बोरा ने स्थायी नौकरी का वादा कर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया।
आरोप है, कि मुकेश बोरा उसकी 12 साल की बच्ची पर भी गलत नजर रख रहा था। आरोपी ने 12 वर्षीय बेटी से भी छेड़छाड़ की थी। इस मामले में एक सितंबर को मुकदमा दर्ज होते ही मुकेश फरार हो गया था। तब से पुलिस की पांच टीमें लगातार उसकी तलाश कर रही थी। वहीं मुकेश बोरा ने कहा, कि मेरे साथ साजिश हुई है। उन्होंने कहा, जो वर्षों से मुझे चुनाव में नहीं हरा पाए। आज उन्होंने यह अंतिम हथकंडे के रूप में मेरी 34 साल की मेहनत बर्बाद करने की कोशिश की है।