भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर गेंदबाज हरभजन सिंह ने ऑपरेशन ब्लू स्टार की 37वीं वर्षगांठ पर स्वर्ण मंदिर के भीतर मुड़भेड़ में मारे गए आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले को श्रद्धांजलि देकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर आतंकी भिंडरावाले को श्रद्धांजलि देकर उसे ‘शहीद’ बताने का प्रयास किया। हालांकि पोस्ट पर हरभजन ने स्पष्ट रूप से भिंडरावाले का नाम नहीं लिखा है।
भारत की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में भारतीय सेना की ओर से चलाया गया परेशन ब्लू स्टार एक बड़ा अहम मिशन था। ऑपरेशन ब्लू स्टार की 37वीं बरसी पर खालिस्तानी आतंकी भिंडरावाले का गुणगान करने के कारण पूर्व क्रिकेटर हरभजन लोगो के निशाने पर आ गए है। बीते रविवार छह जून को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में भिंडरावाले के पोस्टर और खालिस्तानी झंडे लहराने वाले जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के बचाव करते हुए हरभजन के कहा कि ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगा कर सिख अपना दर्द कम करते हैं।
जानकारी के लिए बता दे, अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में एक जून से आठ जून 1984 तक भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन ब्लू स्टार को अंजाम दिया गया था। ऑपरेशन ब्लू स्टार की 37वीं बरसी पर पूर्व क्रिकेटर हरभजन ने आतंकवादी भिंडरावाले की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, कि ‘प्रणाम शहीदा नु ,’शान से जियो और धर्म के लिए मरो। हरभजन ने एक आतंकी को एक नायक की तरह श्रद्धांजलि दी।
So the guy who is responsible for mascare of 50k+ Punjabi Hindus is a “Martyr” for Harbhajan Singh? What excuse will you given now Bhajji?? pic.twitter.com/bcbXaeDDt9
— Narad (@dtweetofNarad) June 6, 2021
पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह इस हरकत के बाद ट्विवटर पर ट्रेंड होने लगे और लोगो ने उनसे सवाल पूछने शुरू कर दिए, कि जिस भिंडरावाले ने असंख्य हिंदुओं का कत्लेआम किया, क्या आप की नजर में वो शहीद है। ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान भारतीय सेना और खालिस्तान समर्थकों के बीच चले संघर्ष में तकरीबन 83 सेना के जवान और पांच सौ से अधिक नागरिक हताहत हुए थे। स्वर्ण मदिर में ब्लू स्टार ऑपरेशन के समाप्त होने के कुछ वक्त बाद 31 अक्टूबर 1984 को प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद फैली हिंसा के बाद बड़े पैमाने में सिखों का नरसंहार हुआ था।