मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को ऋषिकुल कॉलेज मैदान, हरिद्वार में मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा आयोजित सद्भभावना सम्मलेन एवं राष्ट्रीय एकता शिविर कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मानव उत्थान सेवा समिति की ओर से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को आगामी चारधाम यात्रा में आने वाले 1000 श्रद्धालुओं के लिए दुर्घटना बीमा का चेक सौंपा गया। सीएम धामी ने कहा, कि मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा किए जा रहे मानवता के कार्य अति सराहनीय है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मानव उत्थान सेवा समिति की ओर से आयोजित 3 दिवसीय सद्भावना सम्मेलन और राष्ट्रीय एकता कार्यक्रम में अपने सम्बोधन में कहा, कि आसुरी प्रवृत्तियां राष्ट्र की छवि खराब करने में लगी है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अनवरत आगे बढ़ रहा है पूरे विश्व के सभी देशों में G-20 की अध्यक्षता करने का सौभाग्य हमारे देश को मिला है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज जी-20 के कार्यक्रम देश के कोने कोने में आयोजित कराए जा रहे है, ताकि भारत का प्रत्येक नागरिक इस महासम्मेलन का प्रतिभागी बन सके। सीएम धामी ने कहा, कि आज सरकार की योजनाओं का निर्वाण अंत्योदय पर केंद्रित रहता है।
आज हरिद्वार स्थित ऋषिकुल मैदान में मानव उत्थान सेवा समिति द्वारा आयोजित सद्भावना सम्मलेन एवं राष्ट्रीय एकता शिविर में प्रतिभाग किया। समिति द्वारा माननीय श्री @satpalmaharaj जी के नेतृत्व में निरंतर मानवता के लिए अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं। pic.twitter.com/q7uppoiIjl
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) April 15, 2023
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि आज यहां देश के कोने-कोने से देवभूमि की पवित्र धरती ऋषिकुल मैदान में रामभक्त भी आए हैं और देशभक्त भी आए है। सबका सहयोग और समर्थन देश को आगे ले जा रहा है। सीएम धामी ने कहा, कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर अवैध निर्माण के मामले सामने आए है। उन्होंने कहा, कि सरकारी भूमि पर किसी को भी अतिक्रमण करने नहीं दिया जाएगा। जिन जगहों पर अतिक्रमण हुआ है, उन्हें हटाया जा रहा है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री और आध्यात्मिक गुरु सतपाल महाराज ने अपने सम्बोधन में कहा, कि वैशाखी का महापर्व भारत के महान इतिहास से जुड़ा है। सत्संग की महिमा बताते हुए सतपाल महाराज ने कहा, कि सत्संग के सुनने से व्यक्ति का हृदय निर्मल हो जाता है। उन्होंने कहा, कि गंगा, जमुना और सरस्वती की धाराओं के संगम स्थल को प्रयाग राज कहा जाता है।