विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक के दूसरे दिन समान नागरिक संहिता को सम्पूर्ण राष्ट्र में लागू किये जाने समेत चार अन्य महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। बैठक के दौरान उत्तराखंड सरकार द्वारा समान नागरिक संहिता पर कमेटी बनाए जाने पर संतों ने सीएम धामी का साधुवाद भी किया। बता दें, हरिद्वार में निष्काम सेवा ट्रस्ट में रविवार को दो दिवसीय बैठक के अंतिम सत्र के बाद विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री मिलिंद परांडे ने मीडिया को जानकारी दी, कि देशभर से आए संतों के साथ हुए गहन चिंतन के उपरांत चार प्रस्ताव पारित किए गए है।
#VishwaHindu Parishad's 2 day long annual conference begins from today in #haridwar .
200+ seers present along with VHP's central leadership
2 discuss ovr couple of ongoing issues including luv jijad,conversion & demographic chnges.
Also to lay draft for next 1 year. pic.twitter.com/W4QDSkyT5N
— Nikhil Lakhwani (@nikhil_lakhwani) June 11, 2022
विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा, कि वैश्विक स्तर पर भारत के विरुद्ध षड्यंत्र रचा जा रहा है। इस षड्यंत्र में अंतरराष्ट्रीय मीडिया के कुछ पत्रकार और कुछ देशों के समूह शामिल है। उन्होंने कहा, कि पैगंबर मोहम्मद के संदर्भ में की गई टिप्पणी को लेकर विश्व स्तर पर होने वाली चर्चाओं को निशाना साधते हुए कहा, कि चीन, पाकिस्तान और यूक्रेन सहित तमाम अन्य देशों में कई तरीके की घटनाएं लगातार घटित हो रही है।
देवभूमि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू किये जाने और बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन अभियान पर पर विश्व हिन्दू परिषद के महामंत्री परांडे ने कहा, कि सरकार ने जो नीति निर्धारित की है, उस नीति का पालन होना चाहिए। उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता के लिए कमेटी बनाने का संतों ने बैठक में स्वागत करते हुए कहा है, कि विचार-विमर्श के उपरांत यह कानून सम्पूर्ण राष्ट्र में लागू होना चाहिए। उन्होंने कहा, कि वर्ष 2011 से अचानक उत्तराखंड की जनसंख्या में 13 से 14 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
उन्होंने कहा, कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे नेपाल से अल्मोड़ा तक बांग्लादेशी घुसपैठिये लगातार पहुंच रहे है। नेपाल के तराई क्षेत्र में रहने वाले मुस्लिम भी भारत में घुसकर भारत के नागरिक बने बैठे है। वर्तमान में पहाड़ों में इस प्रकार के आसामाजिक लोग घुसपैठ कर गए है, जो देवभूमि की सांस्कृतिक पहचान के लिए खतरा बन गए है, इसलिए लगातार सत्यापन होना अत्यंत आवश्यक है। परिषद के महामंत्री परांडे ने कहा, कि शुक्रवार की जुमे की नमाज के बाद जो अशांति का माहौल बनाया गया, उसको लेकर संतों में बेहद रोष है। जो लोग हिंदुओं की आस्था के लिए अभद्र और अपमानजनक शब्द का प्रयोग कर रहे है। हेट स्पीच दे रहे हैं, उन पर सख्त एक्शन लिया जाना जरूरी है।
दो दिवसीय विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में राजस्थान, बंगाल, उड़ीसा, तमिलनाडु, असम, केरल, पंजाब समेत राष्ट्र के विभिन्न राज्यों से साधु-संत पहुंचे। इस अवसर पर शंकराचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य, स्वामी कैलाशानंद गिरी, स्वामी चिदानंद मुनि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष (महानिर्वाणी) श्रीमहंत रविंद्रपुरी, स्वामी अवधेशानंद गिरी, स्वामी परमानंद सरस्वती, श्री महंत ज्ञानदेव, महामंडलेश्वर हरि चेतनानंद, विहिप के दिनेश चंद्र, चंपत राय, विनायक राव, अनुज वालिया, नितिन गौतम, भूपेंद्र सैनी, वीरेंद्र कीर्तिपाल आदि उपस्थित रहे।