उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को बड़ा दर्दनाक हादसा हो गया। सत्संग में अचानक से भगदड़ मचने के कारण आयोजन स्थल पर मौजूद सैकड़ों की संख्या लोग घायल हो गए। अब तक प्राप्त सूचना के आधार पर महिलाओं और बच्चों समेत 116 से अधिक मौतों की पुष्टि हुई है। अस्पताल में इलाज के लिए घायलों को भेजा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाथरस हादसे में हुई मौतों पर दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक्स पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी है, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथरस में हुए हादसे में प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। जबकि घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।”
The Prime Minister Shri @narendramodi Ji has announced an ex-gratia of Rs. 2 lakh from PMNRF for the next of kin of each deceased in the mishap in Hathras. The injured would be given Rs. 50,000.
— PMO India (@PMOIndia) July 2, 2024
इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुःख प्रकट किया है। उन्होंने मुख्य सचिव मनोज सिंह व DGP प्रशांत कुमार को तत्काल हाथरस पहुँच कर राहत और बचाव कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए है। हादसे की जाँच के लिए एडीजी आगरा और अलीगढ़ मंडल के कमिश्नर को नामित कर दिया गया है। हादसे की जाँच रिपोर्ट 24 घंटों के भीतर सौंपने के निर्देश दिए गए है।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़
भगदड़ में 116 लोगों की हुई मौत
मुख्यमंत्री योगी ने की हाई लेवल बैठक
आरोपियों पर ऐक्शन लेने का आदेश
गृहमंत्री अमित शाह ने की बात
फ़ोन पर CM योगी से की बात#SauBaatKiEkBaat @KishoreAjwani @aksingh2684 @ManavLive pic.twitter.com/ytd2vUKHtD— News18 India (@News18India) July 2, 2024
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के अनुसार, हाथरस में सत्संग कार्यक्रम में 80 हजार लोगों की अनुमति थी, लेकिन आयोजन में भीड़ अधिक पहुंच गई। मामले में आयोजकों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करने के आदेश दिए गए है। शवों के पोस्टमार्टम के बाद उन्हें घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। घायलों का भी समुचित इलाज कराया जाएगा। मरने वाले 116 लोगों में सात बच्चे शामिल है।
‘दैनिक जागरण’ की रिपोर्ट के अनुसार, घटना हाथरस के सिकंदराराऊ थाना क्षेत्र की है। मंगलवार (2 जुलाई, 2024) को एटा रोड के गाँव फुलराई में एक बड़े सत्संग का आयोजन किया गया था। इस आयोजन में हजारों लोग शामिल हुए थे। सत्संग खत्म होने के बाद भीड़ अपने-अपने घरों की तरफ वापस लौट रही थी। इस दौरान कथावाचक भी बाहर निकलने लगे। उनको बाहर निकालने के लिए एक तरफ की भीड़ को रोक दिया गया। जिस तरफ रोक लगाई गई, उधर पीछे से लोगों का दबाव आगे खड़े श्रद्धालुओं पर बढ़ना शुरू हो गया।
Exclusive: हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग के बाद मची भगदड़ से पहले का Video।#HathrasStampede #HathrasAccident #Video pic.twitter.com/bvDvCa92U2
— Dainik Jagran (@JagranNews) July 2, 2024
बताया जा रहा है, कि थोड़ी देर बाद भीड़ में भगदड़ मच गई और बेकाबू जनसैलाब को वहाँ मौजूद व्यवस्थापक और सुरक्षा तंत्र सही तरीके से सँभाल नहीं पाए। भीड़ में शामिल लोगों ने एक दूसरे को कुचलना शुरू कर दिया। इस भगदड़ की वजह से कार्यक्रम स्थल पर घुटन और उमस का माहौल हो गया। विशेषकर महिलाएँ और बच्चे इस भगदड़ के सबसे अधिक शिकार बने। स्थिति सँभालने के लिए प्रशासन भारी फ़ोर्स के मौके पर पहुँचा, हालाँकि तब तक लगभग 100 लोग अपनी जान गँवा चुके थे।