राजस्थान के भरतपुर जिले में तैनात स्पेशल जज जितेंद्र गोलिया पर 14 साल के किशोर का यौन शोषण का घिनौना आरोप लगा है। खबरों के अनुसार जज के दो स्टाफ ने भी बच्चे के साथ कुकर्म किया था। पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध पोक्सो एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस प्रकार के आरोप लगने के बाद जोधपुर हाई कोर्ट ने आरोपित जज को तत्काल प्रभाव से पद से निलंबित कर दिया है। थाना प्रभारी रामनाथ ने मीडिया को बताया, कि पीड़ित किशोर की माता द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गयी है।
Bharatpur, Rajasthan | On the basis of a complaint, a case has been registered against judge Jitendra Goliya and two others for allegedly raping a 14-year-old boy under sections of POCSO Act. Investigation has been handed over to a senior officer: Mathura Gate SHO Ram Nath pic.twitter.com/jNsizS2vVG
— ANI (@ANI) October 31, 2021
ऑपइंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, भरतपुर जिले में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की विशेष अदालत में विशेष न्यायाधीश के पद पर तैनात जितेंद्र गोलिया पर बच्चे की माता ने आरोप लगते हुए अपनी शिकायत में कहा है, कि जितेंद्र गोलिया पिछले एक महीने से पीड़ित बच्चे के साथ रेप कर रहा था। उस पर कक्षा आठ में पढ़ने वाले किशोर को नशीला पदार्थ खिलाने का भी आरोप है।
महिला ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया, कि आरोपित जज ने ना केवल बच्चे का शारीरिक शोषण किया बल्कि किशोर की माता को डराया – धमकाया भी गया है। इस पूरे मामले को दबाने के लिए आरोपित जज ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में तैनात डीएसपी परमेश्वर लाल की सहायता भी ली। आरोपित जज के कहने पर डीसीपी परमेश्वर लाल ने पीड़ित परिवार को अपनी जुबान बंद रखने के लिए धमकाया था।
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भरतपुर में हैवानियत की हदें पार, जज पर 14 वर्षीय बच्चे से कुकर्म का आरोप@devendra_zee @BharatpurPolice @PoliceRajasthan @ashokgehlot51 #bharatpur pic.twitter.com/KOEM5frYcJ— ZEE Rajasthan (@zeerajasthan_) October 31, 2021
खबरों के मुताबिक भरतपुर के मथुरा गेट थाना क्षेत्र में रहने वाला 14 वर्षीय आठवीं कक्षा का पीड़ित किशोर डिस्ट्रिक्ट क्लब में टेनिस खेलने जाया करता था। इस क्लब में कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आरोपित जज भी खेलने आते थे। इन सब के बीच आरोपित जज ने किशोर को अपने झांसे में फँसा लिया। इसके बाद आरोपित जज अक्सर बच्चे को अपने घर ले जाकर कुकर्म करने लगे।
यौन प्रताड़ना के शिकार किशोर के शरीर में कुछ समय बाद दर्द होना शुरू हो गया। जब शरीर का दर्द असहनीय हो गया, तो आखिरकार उस मासूम बच्चे ने पूरी बात अपनी माँ को बता दी। पीड़ित की माता के अनुसार, इसके बाद उन्हें और उनके परिवार को डारने धमकाने का दौर शुरू हो गया।
आरोपित जज ने मासूम किशोर को धमकाते हुए कहा, कि जो मैंने तेरे साथ किया वही तेरी माँ के साथ भी करूँगा। इसके अलावा बच्चे के परिजनों को जेल भेजने की धमकी भी दी। पीड़ित परिवार ने बताया, कि वो आरोपित जज की धमकियों के बाद उनका परिवार इतना डर गया है, कि वे घर से कहीं बाहर भी बाहर नहीं निकल पा रहे है।
सोशल मीडिया पर घटना से जुड़े कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे है। इन वीडियो में आरोपित जज हाथ जोड़ कर पीड़ित बच्चे के परिवार वालो से माफ़ी माँगते हुए दिखाई दे रहा है। इस वीडियो में आरोपित जज ये कहता भी सुनाई दे रहा है, कि जो कुछ हुआ है, उसे भूल जाओ। इस मामले में स्टाफ के दो कर्मचारी अंशुल सोनी और राहुल कटारा भी शामिल है। अंशुल सोनी आरोपित जज का स्टेनो है जबकि राहुल कटारा एक अन्य कर्मचारी है। पुलिस ने इन दोनों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है।
राजस्थान के भरतपुर में जज साहब ने ही एक आठवीं में पढ़ने वाले बच्चे का यौन शोषण किया ।
बेशर्मी देखिए ? pic.twitter.com/xkyXmHB7ft
— Laxmikant bhardwaj (@lkantbhardwaj) October 31, 2021
किशोर बच्चे के साथ दुष्कर्म की घटना का संज्ञान लेते हुए राजस्थान बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा संगीता बेनीवाल ने इस प्रकरण पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से बात कर इस मामले पर कार्रवाई की बात कही है। भरतपुर पुलिस ने न्यूज मीडिया को बताया, कि दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमा दर्ज करवाया गया है। पुलिस के अनुसार, दोनों केसों में जाँच पड़ताल की जा रही है।