दुनिया में सबसे अमीर व्यक्तियों की सूची में आने वाले चीन के बिजनेस मैन जैक मा चीन देश के सबसे अधिक धनी व्यक्ति के रूप में जाने जाते है। कुछ आंकड़ों के अनुसार चीन के सबसे अमीर कारोबारी और अलीबाबा ग्रुप के मालिक जैक मा पिछले साल तक चाइना के सबसे अमीर आदमी थे। कुछ वर्ष पहले तक जैक मा एशिया के सबसे अमीर कारोबारियों में से एक थे, परन्तु पिछले एक साल से उनकी रैंकिंग में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। और चीनी सरकार से विवाद के बाद जैक मा अर्श से फर्श तक की यात्रा कर चुके है।
चीन सरकार और बिजनेस मैन जैक मा के बीच विवाद इस स्तर तक पहुंच गया है, कि जिस कारोबारी जैक मा को कुछ वर्ष पहले चीन देश अपने गौरव का प्रतीक कहते थे। आज वर्तमान में चीन उसी बिजनेस मैन जैक मा का अस्तित्व मिटाने पर तुला है। जानकारी के मुताबिक कारोबारी जैक मा को चीनी सरकार की नीतियों की आलोचना का खामियाजा भुगतना पड़ा है। चीन सरकार की आलोचना के बाद से ही जैक मा गायब हैं। आशंका व्यक्त की जा रही है, कि संभव है कि कारोबारी जैक मा इन दिनों चीन की जेल में बंद है अथवा उन्हें किसी स्थान पर नजरबंद करके रखा गया है।
सोशल मिडिया प्लेटफॉर्म ट्विवटर पर हमेशा सक्रिय रहने वाले जैक मा ने अपना आखिरी ट्विवट 10 अक्टूबर 2020 में किया था। कारोबारी जैक मा लोकप्रियता के मामले में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से आगे निकल गए थे। पिछले साल 24 अक्टूबर को शंघाई में दिए एक भाषण के दौरान उन्होंने चीन सरकार के रेगुलेशन सिस्टम पर आपत्ति दर्ज कर कहा था, कि चीन के रेगुलेशन सिस्टम के कारण नए आविष्कारों को स्थान नहीं मिल पा रहा है।
दरअसल कारोबारी जैक मा ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की आलोचना कर बहुत बड़ी गलती कर दी है। उन्होंने चीन सरकार को व्यवस्था में बदलाव के सुझाव दिए थे। बिजनेस मैन जैक मा के सुझाव वहां की वामपंथी सरकार को पसंद नहीं आया और उन्होंने उन्हें गायब कर दिया। वैसे चीन में धनी व्यक्तियों और कारोबारियों के गायब होने की यह कोई पहली घटना नहीं है। ऐसा पहले भी होता आया है। बिजनेस पत्रिका फोर्ब्स की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2016 से 2017 के बीच चीन के भीतर कई अरबपति गायब हो गए थे।