राजेंद्र सिंह की दिल की धड़कन उस वक्त स्टेज पर थम गयी, जब भगवान राम को वनवास प्रस्थान भेजे जाने वाले दृश्य का मंचन चल रहा था। न्यूज मिडिया की रिपोर्ट के अनुसार, राजा दशरथ के किरदार में राजेन्द्र पुत्र वियोग में राम-राम का नाम लेकर विलाप करने लगे, तभी उन्हें दिल का दौरा पड़ने से वे अचानक मंच पर बेसुध होकर गिर पड़े।
Bijnor: Ramlila was being staged, ‘Dasaratha’ gave up his life on stage in Ram’s disconnection https://t.co/9KgneiBGgt
— RIYA KUMARI (@Apkiriyakumari) October 16, 2021
न्यूज मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दिवंगत राजेंद्र तकरीबन दो दशकों से रामलीला के मंच पर दशरथ का अभिनय पूरी जीवटता के साथ निभा रहे थे। अचानक घाटी इस घटना के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। दिवंगत राजेंद्र के सम्मान में रामलीला का मंचन रोक दिया गया। जिस वक्त दिवंगत राजेंद्र को मंच पर राम वनवास के दौरान हार्ट अटैक आया, उस वक्त वह मौजूद दर्शकों को यह सब राजेंद्र के अभिनय का हिस्सा लगा और वे उनके अभिनय की प्रशंसा में तालियां बजाने लगे।
रामलीला देख रहे वह मौजूद दर्शको समेत अन्य साथी कलाकार दिवंगत राजेंद्र के इस अद्भुत जीवंत मंचन से भावुक हो गए थे। इसके बाद के अगले दृश्य के लिए मंच का पर्दा गिरा दिया गया था। परदे के गिर जाने के बाद भी जब दशरथ का किरदार निभा रहे, राजेंद्र अपने स्थान से नहीं उठे तब उनके साथी कलाकार उन्हें उठाने पहुँचे, उन्हें बेसुध देखकर तत्काल एक स्थानीय डॉक्टर को बुलाया गया,लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी, और डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बताया जा रहा है, कि 62 वर्षीय दिवंगत राजेंद्र सिंह बचपन से ही धार्मिक अभिनयों में भाग लेते रहते थे। चिकित्सको द्वारा उनकी मृत्यु की वजह हार्ट अटैक बताया जा रहा है। रामलीला समिति से जुड़े सदस्य गजराज सिंह ने मीडिया को बताया, कि दिवंगत राजेंद्र सिंह सम्पूर्ण जीवन बेहद संजीदगी से अभिनय के प्रति समर्पित रहे। मृतक राजेंद्र सिंह के परिवार में पत्नी सहित तीन पुत्र और दो बेटियाँ हैं। उनका एक पुत्र सीमा सुरक्षा बल (BSF) में तैनात है।