शादी विवाह समारोह में चमक दमक के साथ शानदार भोजन की व्यवस्था ना हो, तो समारोह में आये मेहमानो का मिजाज बिगड़ना आम बात है। लेकिन खाने को लेकर लोग इतने उत्तेजित हो जाए, कि शादी का समारोह जंग का मैदान बन जाए, ऐसे दुर्लभ उदहारण यदा कदा नजर आ ही जाते है। ऑप इंडिया में छपी एक खबर के अनुसार एक ऐसा ही मामला बिहार राज्य के गोपालगंज में चर्चा में आया है। जहाँ विवाह समारोह में मछली की मुंडी को परोसने को लेकर दो पक्षों में विवाद इतना अधिक बढ़ गया, कि लगभग ग्यारह मेहमान आपस में लड़कर भिड़कर खूनम – खून हो गए और विवाद पुलिस चौकी तक जा पंहुचा।
दरअसल बिहार के गोपालगंज के भटवलिया गाँव में बीते गुरुवार एक व्यक्ति के यहाँ बारात का स्वागत किया जा रहा था। विवाह समारोह में अन्य पकवानो के साथ मछली और चावल की दावत की भी व्यवस्था की गयी थी। विवाह समारोह में दावत का दौर चल रह था, कि इसी बीच जिस घर में शादी थी, उसके पड़ोसी अपने खास मित्रो के साथ भोजन की दावत में पधारे।
सामान्य तौर पर मध्यम वर्ग की शादियों में मांसाहारी भोजन के वितरण में विशेष सावधानी बरती जाती है। इसलिए पहले चरण में तो पडोसी घर के मेहमानो को मछली के दो-दो पीस मिल गए थे। परन्तु उन्हें अगले चरण में उन्होंने मछली की मुंडी मांग रखी। किन्ही अज्ञात कारणों की वजह से उनकी मछली की मुंडी की फरमाइश पूरी नहीं हो पायी।
मछली की मुंडी की इक्छा पूरी ना होने के कारण पड़ोसियों के मेहमानो का गुस्सा सातवे आसमान पर पहुंच गया। इसके बाद मछली की मुंडी ना मिलने से आक्रोशित पड़ोसियों द्वारा खाना बाँट रहे राजू और मुन्ना नामक दो युवको की पिटाई शुरू कर दी। जब तक समारोह में शामिल कुछ बौद्धिक लोग इस व्यर्थ की लड़ाई को रोकने जाते तब तक दोनों पक्षों के लगभग ग्यारह लोग विवाद के चलते घायल हो चुके थे।
विवाह समारोह में मछली की मुंडी पर हुए विवाद पर दोनों पक्षों में मनमुटाव का स्तर इस स्थिति तक जा पंहुचा था, कि दोनों पक्ष एक ही अस्पताल में उपचार करवाने के लिए भी सहमत नहीं हुए। मजबूरीवश दोनों में एक पक्ष के घायलों भोरे के रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया और वही दूसरे पक्ष के जख्मी लोगो को सदर अस्पताल में दाखिल करवाया गया। फिलहाल मामला पुलिस तक पहुँच चुका है। मामले की दोनों पक्षों ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस भी दोनों पक्षों का अलग-अलग बयान लेकर प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी कर रही है।