
पूर्व आईपीएल चेयरमैन और कारोबारी ललित मोदी, (फोटो साभार: X/@NoiseAlerts)
पूर्व आईपीएल चेयरमैन और कारोबारी ललित मोदी ने भारतीय जांच एजेंसियों के शिकंजे से बचने के लिए दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप समूह देश वनुआतु की नागरिकता के लिए आवेदन किया था, लेकिन अब इस मामले में उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। वानुअतु के पीएम जोथम नपत ने उनकी नागरिकता रद्द करने के आदेश जारी किये है, कि ललित मोदी को दिया गया वनुआतु पासपोर्ट रद्द कर दिया जाए।
बता दें, कि ललित मोदी भारत में करोड़ों रुपये की हेराफेरी के आरोप में देश से फरार है और वो भारत प्रत्यर्पित होने से बचने के लिए तमाम हथकंडे अपना रहा है। हाल ही में उन्होंने लंदन में भारतीय हाई कमीशन में अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ने की अर्जी दाखिल की थी, जिसके बाद वानुअतु सरकार ने इस मामले का संज्ञान लिया।
वनुआतू सरकार के अनुसार, “उनका पासपोर्ट रद्द किया जा रहा है, क्योंकि नागरिकता लेने की उनकी वजह सही नहीं थी। सरकार ने ये भी बताया, कि इंटरपोल ने भारत की गुजारिश को दो बार ठुकराया था, क्योंकि सबूत कमजोर थे। फिर भी वानुअतु सरकार ने कहा, कि पासपोर्ट रखना अधिकार नहीं, विशेषाधिकार है।”
Vanuatu Prime Minister Jotham Napat directs the Citizenship Commission to cancel the Vanuatu passport issued to Lalit Modi. pic.twitter.com/Ogqgqv5JZj
— Press Trust of India (@PTI_News) March 10, 2025
ललित मोदी ने 7 मार्च को अपना भारतीय पासपोर्ट सरेंडर करने के लिए आवेदन किया था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस घटना की पुष्टि की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया, “उन्होंने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में अपना पासपोर्ट जमा करने के लिए आवेदन किया है। उन्होंने कहा, ‘इस मामले की जांच मौजूदा नियमों और प्रक्रियाओं के आधार पर होगी।’
बता दें, कि भारत छोड़ने के बाद 2010 से ललित मोदी लंदन में रह रहे है और उन्होंने वनुआतु देश की नागरिकता प्राप्त की थी। वानूआतू दक्षिण प्रशांत महासागर में स्थित 82 द्वीपों से बना एक द्वीपसमूह है, जिनमें से केवल 65 पर ही आबादी है। वनुआतु की अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा नागरिकता बेचकर चलता है। ये देश ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड और फिजी के नजदीक स्थित है।