पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा महिलाओ के प्रति बढ़ती यौन हिंसा पर दिए अपने विवादित बयान के बाद एक बार फिर उनके लिए मुश्किलें खड़ी हो गयी है। पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने उनके देश में महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना के लिए उनके छोटे कपड़ों को जिम्मेदार बताया है। पाक प्रधानमंत्री के इस नापाक बयान पर उनके देश में उन्हें जमकर विरोध झेलना पड़ रहा है। इमरान खान का ये बयान सोशल मिडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से वायरल हो रहा है।
Disappointing and frankly sickening to see PM Imran Khan repeat his victim blaming regarding reasons for sexual violence in Pakistan
Men are not “robots”, he says. If they see women in skimpy clothes, they will get “tempted” and some will resort to rape
Shameful!
— Reema Omer (@reema_omer) June 20, 2021
पकिस्तान क्रिकेट टीम के एक सफल पूर्व कप्तान रह चुके पाक के तत्कालीन प्रधानमंत्री एक जामने में ‘प्लेबॉय’ की इमेज के लिए लोकप्रिय रहे है। सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी यूजर अपने प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने इस घटिया बयान के लिए जमकर ट्रोल कर रहे है। इसके साथ ही सोशल मिडिया पर इमरान खान की एक जमाने की पार्टियों की तस्वीरें जिसमे इमरान खान चुम्बन करते और बेहद कम वस्त्र धारण किये महिलाओ के साथ नजर आ रहे है।
पकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के एक हालिया इंटरव्यू में जब एंकर जोनाथन स्वॉन ने उनके बलात्कार पीड़ित महिलाओ पर दिए पुराने बयानों के सम्बन्ध में सफाई मांगी, तो पाक प्रधानमंत्री द्वारा कहा गया, कि “इस प्रकार की सभी बेहूदा बातें मैंने सिर्फ़ पर्दा रखने के लिहाज से कही थी। पकिस्तान में ना ही नाइट क्लब है,और ना ही यहाँ डिस्को है। पकिस्तान का समाज एक बिलकुल अलग प्रकार का समाज है। पकिस्तान में लोगो का जीने का तरीका अलग है।
इमरान खान के इस वक्तव्य के बाद साक्षात्कार करने वाले एंकर जोनाथन स्वॉन ने पाक प्रधानमंत्री से पूछा, क्या वे महिलाओं के कम कपड़े पहनने को लेकर यह बात कह रहे हैं ? इस पर पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि “अगर पकिस्तान में महिलाएं बहुत छोटे कपड़े पहनेगी तो इसका सीधा असर पुरुषों पर जरूर पड़ेगा। जब तक कि वो इंसान नहीं बल्कि एक रोबोट हों”। प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा की गई इस विवादित टिप्पणी को लेकर विपक्षी नेताओं से लेकर पत्रकारों तक ने उन्हें जमकर लताड़ लगाई है।
पकिस्तान में अल्पसंख्यको के साथ साथ महिलाओ की दशा भी दयनीय है। आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान में प्रत्येक दिन कम से कम 11 दुष्कर्म की घटनाएं दर्ज कि जाती है। पिछले छह सालों में पुलिस द्वारा लगभग 22,000 से कुछ ज्यादा मामले ही पुलिस में दर्ज हुए। जबकि कई मामलो में रसूकदार लोगो के दबाब के आगे पीड़िता की आवाज को दबा दिया जाता है। पकिस्तान में दर्ज हुए पिछले छह सालो में बाइस हजार में से मात्र 77 यौन अपराधी सलाखों के पीछे पहुंच पाए है।