
पीएम मोदी ने मुद्रा योजना के लाभार्थियों से की मुलाकात, (चित्र साभार: X/@ani_digital)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को मुद्रा योजना के 10 पूर्ण होने पर लाभार्थियों से मुलाकात की। बता दें, कि मोदी सरकार ने इस जन कल्याणकारी योजना का शुभारंभ 8 अप्रैल, 2015 को किया था। केंद्र सरकार की मुद्रा योजना से आमजन को स्वरोजगार में आर्थिक सहायता मिल रही है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने पीएमएमवाई के लाभार्थियों से उनकी संघर्ष की कहानियां भी सुनी।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी देते हुए लिखा, “मैंने पूरे भारत से मुद्रा लाभार्थियों को अपने निवास पर आमंत्रित किया था। उन्होंने लाभार्थियों द्वारा इस योजना से उनके जीवन में आए परिवर्तनों के बारे में रोचक जानकारी साझा करते हुए लिखा, ‘आज, जब हम मुद्रा योजना के 10 साल पूरे कर रहे हैं, मैं उन सभी को बधाई देना चाहता हूं, जिनके जीवन में इस योजना की बदौलत बदलाव आया है।
Mudra Yojana has given opportunities to countless people to showcase their entrepreneurial skills. Interacted with some of the beneficiaries of the scheme. Their journey is inspiring. #10YearsOfMUDRA https://t.co/QcoIK1VTki
— Narendra Modi (@narendramodi) April 8, 2025
पीएम मोदी ने लिखा, “इस दशक में मुद्रा योजना ने कई सपनों को हकीकत में बदला है। ऐसे लोगों को सशक्त बनाया है, जिन्हें पहले वित्तीय सहायता से वंचित रखा गया था। यह दर्शाता है कि भारत के लोगों के लिए कुछ भी असंभव नहीं है।” उन्होंने बताया, “योजना से देश के युवाओं में उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देने में मदद मिली है। इससे युवाओं में नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी देने वाला बनने का आत्मविश्वास मिला है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मुद्रा योजना में सबसे ज्यादा महिलाएं आगे आई हैं। सबसे ज्यादा लोन के लिए अप्लाई महिलाओं ने किया है, सबसे ज्यादा लोन भी महिलाओं ने प्राप्त किया है और सबसे जल्दी repayment करने वाली भी महिलाएं हैं।”
मुद्रा योजना में सबसे ज्यादा महिलाएं आगे आई हैं।
सबसे ज्यादा लोन के लिए अप्लाई महिलाओं ने किया है, सबसे ज्यादा लोन भी महिलाओं ने प्राप्त किया है और सबसे जल्दी repayment करने वाली भी महिलाएं हैं।
– पीएम श्री @narendramodi
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— BJP (@BJP4India) April 8, 2025
पीएम मोदी ने पीएमएमवाई के लाभार्थियों को यह भी आश्वासन दिया, कि सरकार इस योजना की समीक्षा करेगी और इसे और बेहतर बनाने के लिए कदम उठाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा, “आने वाले समय में सरकार एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगी, जहां हर महत्वाकांक्षी उद्यमी को ऋण तक पहुंच हो, जिससे उसे आत्मविश्वास और बढ़ने का मौका मिले।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाभार्थियों से बातचीत के दौरान उनकी संघर्ष की कहानियां भी सुनी। इस दौरान केरल के एक उद्यमी जो संयुक्त अरब अमीरात में नौकरी कर रहे थे। उन्होंने मुद्रा योजना से मिले प्रोत्साहन के बारे में बताया, कि इस योजना से वे एक कामयाब उद्यमी बन गए हैं और उनके व्यवसाय को भी बढ़ावा मिला है, साथ ही इससे रोजगार के अवसर भी पैदा हुए हैं।
बता दें, कि प्रधानमंत्री से बातचीत के एक महिला बेहद भावुक हो गई और अपने आंसू नहीं रोक पाई। इस पर पीएम मोदी ने उन्हें ढांढस बंधाया और हिम्मत के साथ आगे बढ़ने को कहा। दरअसल, पीएम मोदी ने पूनम कुमारी नाम की एक महिला लाभार्थी से पूछा, कि उन्हें योजना के बारे में कैसे पता चला? इस पर महिला अपने गरीब किसान परिवार के पुराने दिनों को याद कर भावुक हो गईं और उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े।
पूनम कुमारी ने बताया, ‘हम बहुत ही बेहद निर्धन परिवार से आते हैं। हमने इतनी गरीबी के दिन देखे है, कि कई बार हमें सिर्फ एक वक्त का भोजन ही नसीब हो पाता था। महिला ने बताया, कि मैंने अपने पति से बात की और ऋण लेकर खुद का काम शुरू करने को कहा। उन्होंने मेरा समर्थन किया और अपने दोस्तों से बात की।
महिला ने बताया, कि इसके बाद हमें प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के बारे में पता चला। फिर हमने वर्ष 2024 में आठ लाख का लोन लेकर बीज का काम शुरू किया। पूनम देवी ने बताया, कि वर्तमान में मैं प्रत्येक महीने में 60 हजार रुपये तक कमा रही हूं। साथ ही एक शख्स को नौकरी भी दी है। गौरतलब है, कि यह सुन वहां मौजूद कुछ अन्य लाभार्थी भी अपने आंसू नहीं रोक पाए।
बता दें, कि वर्ष 2014 से पहले सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाले लोन सिर्फ सिस्टम में पहुंच रखने वाले लोगो को ही उपलब्ध हो पाता था। जबकि सूक्ष्म और लघु उद्यमियों को बेहद जटिल कागजी कार्रवाई जैसी बाधाओं का सामना करना पड़ता था। इसके साथ ही बैंक बड़ी कंपनियों को लोन दिया करते थे, जबकि वास्तविक जरूरतमंद को ऋण नहीं मिल पाता था।
पीएमएमवाई न केवल स्वरोजगार और रोजगार सृजन को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि भारत की जमीनी अर्थव्यवस्था को भी मजबूत कर रहा है और समान विकास को आगे बढ़ा रहा है। मुद्रा योजना ने इस शून्य को भरते हुए एक स्वच्छ, समावेशी विकल्प पेश किया, जिसने सभी को समान अवसर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 8 अप्रैल 2015 में लॉन्च होने के बाद से पीएमएमवाई योजना ने 32.61 लाख करोड़ रुपये के 52 करोड़ से अधिक लोन स्वीकृत किए हैं, जिससे देश भर में उद्यमिता क्रांति को प्रोत्साहन मिला है। इसके अलावा व्यापार वृद्धि अब सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं रह गई है, यह छोटे शहरों और गांवों तक फैल रही है, जहां पहली बार सूक्ष्म और लघु उद्यमी अपने भाग्य की बागडोर स्वयं संभाल रहे है।