पुलिस की कार्य प्रणाली पर अक्सर सवाल उठाये जाते है। परन्तु पुलिस कर्मी किन विपरीत परिस्थितयो में अपने दायित्वों का निर्वाहन करते है। इस मुद्दे को हमेशा दरकिनार कर दिया जाता है। पुलिस कर्मियों की मानवता और कर्तव्य परायणता की एक ऐसी ही मिसाल उत्तर प्रदेश से सामने आयी है, जहां एक बुजुर्ग दंपति के सड़ते – गलते शरीर और हाथ पैरो के गहरे घावों से आती भयानक दुर्गन्ध के बावजूद भी पुलिस कर्मियों ने हौसला नहीं खोया और बुजुर्ग दंपति को अस्पताल में भर्ती करवाकर स्वयं घावों की मरहम पट्टी भी की।
जानकारी के अनुसार बरेली के बिशारतगंज के निवासी रामनाथ गोस्वामी एवं उनकी पत्नी शारदा तकरीबन बीस वर्षो से बरौलिया गांव के मंदिर में रहकर साफ़ सफाई और पूजा पाठ का कार्य करते थे। उनका जीवनयापन मंदिर में दिए गए दान के भरोसे चलता था। उनके दो पुत्रो में से एक पुत्र ने संन्यास धारण कर साधु जीवन अपना लिया और दूसरा पुत्र नशे का शिकार हो गया। बुजुर्ग दंपति ने सिर छुपाने के लिए नजदीकी ईंट भट्ठे के पास एक टीन शेड में रहने लगा। लगभग बीस दिनों से बुजुर्ग दंपति को आस पास के लोगो ने नहीं देखा और उनके घर से आती तेज बदबू से लोगो को संदेह उत्पन्न हुआ तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी।
बुजुर्ग दंपति के आस पास के लोगो ने उनके घर के भीतर झाकने का प्रयास किया, तो तेज दुर्गन्ध ने उनके पाँव वापस खींच लिए। पुलिस को मामले की सूचना मिलते ही सीओ अनिरुद्ध सिंह द्वारा दरोगा केपी सिंह को मौके पर भेजा। स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है, कि टीन शेड के भीतर घुसते ही रूह को कापने वाली दुर्गन्ध से दरोगा केपी सिंह की तबियत बिगड़ने लगी और उन्हें तेज दुर्गन्ध से उल्टी तक आ गयी। परन्तु फिर भी पुलिस कर्मी आगे बढ़ते रहे। अंदर जा कर पुलिस कर्मियों ने देखा, कि टीन शेड नुमा कोठरी में असहाय बुजुर्ग दंपति दर्द से छटपटा रहे है। और दंपति के शरीर के कुछ भाग गलने भी लगे है।
इसके बाद इन विपरीत परिस्थितियों में भी अपना धैर्य को ना खोते हुए पुलिस कर्मी मुँह में रुमाल बांध कर दंपति को गोद में उठाकर नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए ले गए। किन्तु बुजुर्ग दंपति की हालत और उनसे आती भयानक दुर्गन्ध देखकर अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ ने भी अपने कदम वापस खींच लिए। इसके बाद इलाके के सीओ अनिरुद्ध सिंह स्वयं अस्पताल पहुंचे और पुलिस कर्मियों की सहायता से स्वयं घावों की सफाई करने में जुट गए। पुलिस कर्मियों को देखकर उसके बाद डॉक्टर भी उपचार के लिए आगे आये और दंपति के जख्मो पर मरहम पट्टी की। बुजुर्ग दंपति के इलाज के बाद शाम को स्वयं सीओ अनिरुद्ध सिंह द्वारा उन्हें वृद्धआश्रम पहुंचाया ताकि उनकी सही प्रकार से देखभाल हो सके। इस घटना के बाद स्थानीय लोगो पुलिस द्वारा किये इस परोपकार के लिए भूरी भूरी प्रशंसा कर रहे है।