
मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद हिंदुओ का पलायन, (चित्र साभार: X/Aajtak- @SuvenduWB)
मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ हिंसा के चलते बड़ी संख्या में हिंदू अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित ठिकाने की तलाश में मालदा जिले में भाग आए हैं। यहाँ इन लोगों ने स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों में शरण ली है। मुर्शिदाबाद से भागने वालों में महिलाओं और बच्चें सबसे अधिक प्रभावित बताये जा रहे है। जान बचाने के लिए कई वृद्ध और गर्भवती महिलाएँ भी हिंसाग्रस्त इलाकों से भागे है।
वहीं पश्चिम बंगाल के डीजीपी राजीव कुमार ने दावा किया है, कि स्थिति नियंत्रण में है और अब कोई अशांति का माहौल नहीं है। उल्लेखनीय है, कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने मुर्शिदाबाद में बिगड़ते हालातों के मद्देनजर शनिवार (12 अप्रैल, 2025) को केंद्रीय बल तैनात करने के निर्देश दिए थे। केंद्रीय बलों की तैनाती के बाद मुर्शिदाबाद में फिलहाल कुछ हद तक शांति स्थापित हुई है।
#WATCH | On Murshidabad violence, West Bengal DGP Rajeev Kumar says "The situation is fully under control." pic.twitter.com/xxoCn8NhBr
— ANI (@ANI) April 13, 2025
भाजपा नेता और बंगाल विधानसभा नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया है, कि मुस्लिम कट्टरपंथियों के भय से मुर्शिदाबाद के धुलियान से लगभग 400 से अधिक हिंदू नदी पार कर लालपुर हाई स्कूल, देवनापुर-सोवापुर जीपी, बैसनबनगर, मालदा में शरण लेने के लिए मजबूर हुए है।
More than 400 Hindus from Dhulian, Murshidabad driven by fear of religiously driven bigots were forced to flee across the river & take shelter at Par Lalpur High School, Deonapur-Sovapur GP, Baisnabnagar, Malda.
Religious persecution in Bengal is real.
Appeasement politics of… pic.twitter.com/gZFuanOT4N
— Suvendu Adhikari (@SuvenduWB) April 13, 2025
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए भीड़ की हिंसा की शिकार पीड़ित महिला ने रोते हुए बताया, “हमको सुरक्षा चाहिए और कुछ नहीं। हमलोग का दुकान तोड़ दिया, आदमी को मारकाट दिया, दुकान लूटपाट कर ले गए। चुरा के सब ले गए। हमारे यहाँ छोटे-छोटे बच्चे हैं। घर में महिलाएँ हैं, हम कहाँ जाएँगे। चाकू-छुरी लेकर ये लोग घर में घुसते हैं।”
#WATCH | Murshidabad | A local vendor says, "We want security, nothing else. Our shops were vandalised… Where will we go, we have children and women in our families. They entered into our houses and vandalised everything." https://t.co/kcepFkVC7z pic.twitter.com/bKIqMYiwuL
— ANI (@ANI) April 13, 2025
बता दें, कि मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून में संशोधन के खिलाफ बीते शुक्रवार और शनिवार को हुई हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत की खबर है। विरोध प्रदर्शन के नाम पर भीड़ ने हिंसा का ऐसा तांडव मचाया, कि बाप-बेटे को सरेआम बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। जबकि 15 से अधिक पुल्सिकर्मी घायल बताये जा रहे है।
पुलिस के अनुसार, हिंसा के बाद अब तक 150 दंगाइयों को गिरफ्तार किया है जबकि अन्य की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे है। गौरतलब है, कि मुर्शिदाबाद में भीड़ ने वक्फ कानून के विरोध करने के नाम पर हिंदुओं की दुकानों को चिन्हित कर लूटपाट की। साथ ही गरीब और असहाय हिंदू परिवार के घरों को चुन-चुनकर निशाना बनाया गया।
इस बीच भाजपा ने आरोप लगाया है, कि राज्य की ममता बनर्जी की सरकार हिंसा को रोकने के बजाय अब भी मुस्लिमों को बढ़ावा दे रही है। भाजपा ने पुलिस पर भी एक्शन ना लेने के गंभीर आरोप भी लगाए है। वहीं बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने दावा किया है, “सरकार अल्पसंख्यक तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। मुख्यमंत्री के अधीन पुलिस ने दंगाइयों को खुली छूट दे रखी है।”