वर्तमान समय में ऑनलाइन गेमिंग की लत के बारे में कई खबरे सामने आ रही है। अधिकतर अभिभावकों को यह चिंता सता रही है, कि कहीं उनके बच्चे ऑनलाइन गेम से पैसे कमाने के चक्कर में जुए का शिकार तो नहीं बनते जा रहे है। आज कल ऑनलाइन गेम से पैसे कमाने का प्रचलन बहुत साधारण हो गया है।
आजकल कई ऐसी घटनाएं सामने आ रही है, जिसमे हर दूसरा आदमी ऑनलाइन गेमिंग से पैसे कमाने के लालच में कई मर्तबा लाखों रुपयों के नुकसान में डूब चुके है। कई ऐसे मामले भी सामने आये है, जब ऑन लाइन गेम से रुपये कमाने के चक्कर में लोग लाखों रुपयों का कर्ज ले चुके है, और कर्ज की भरपाई ना करने की दशा में आत्महत्या जैसा कदम उठा रहे है।
ऐसा ही एक प्रकरण तमिलनाडु राज्य से सामने आया है, जहां ऑनलागेमिंग के चक्कर में पड़कर एक व्यक्ति ने ऑनलाइन जुए में अपने लगभग पांच लाख रुपए गंवाने के बाद खुदखुशी जैसे कदम उठा लिया। न्यूज मीडिया की खबरों के अनुसार, तमिलनाडु के तिरुपत्तुर जिले के वानियमबाडी थाना क्षेत्र के 31 वर्षीय युवक ने ऑनलाइन गैंबलिंग की लत की वजह से आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है, कि ऑनलाइन गैंबलिंग में युवक तकरीबन पांच लाख रुपये हार चुका था, जिस वजह से वह काफी परेशान हो गया था। .
न्यूज मीडिया की खबरो के अनुसार 31 वर्षीय आनंदन पिछले छह महीने से चेन्नई की एक टेक फर्म में जॉब कर रहा था। हाल ही में युवक के परिजनों ने युवक से उसकी ऑनलाइन जुए की लत और इस वजह से होने वाले धन के नुकसान के बारे में जानकारी मांगी थी। इसके बाद युवक ने खुदखुशी कर ली थी।
पुलिस को परिजनों के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, ऑनलाइन गैंबलिंग की लत का शिकार आनंदन को ऑनलाइन जुए में लगभग तकरीबन पांच लाख रुपये से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा था। लगभग दो दिन पहले वह गांव आया था, जिसके बाद आनंदन ने चेन्नई वापस जाने के लिए अपने परिवारवालो से पैसे मांगे थे।
चेन्नई वापस जाने के लिए पैसे मांगे जाने पर उसके घरवालो ने उससे उसकी कमाई के बारे में जबाब तलब किया। जिसके बाद उसके और परिजनों के बीच थोड़ी बहस हो गयी। इसके बाद परिवार के सदस्य खेतो में काम करने चले गए। जब कुछ देर बाद परिवार के सदस्य अपने खेत से घर लौटे, तो आनंदन ने पंखे से लटक के आत्महत्या कर ली थी।
मृतक युवक आनंदन के भाई ने बताया, कि उनका परिवार बेहद गरीब पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखता है। परिवार वालो ने आनंदन की शिक्षा के लिए बैंक से लोन लिया था। पढ़ाई पूरी करने के बाद वह नौकरी करने लगा, लेकिन उसने कभी घर खर्च के लिए पैसे नहीं भेजे, उन्होंने बताया कि वह तकरीबन तीन वर्षो से ऑनलाइन जुआ खेल रहा था।
मृतक के परिजनों ने बताया, कि मृतक युवक की माता परिवार के भरण पोषण के लिए मनरेगा में मजदूरी का कार्य करती है। मनरेगा में मजदूरी कर मृतक की माता जो भी कमाती थी, वह उन रुपयों को बिना जानकारी दिए ऑनलाइन जुए में उड़ा देता था। मृतक युवक के परिजनों ने ऑनलाइन गैंबलिंग के घातक परिणामो की अनदेखी पर सरकार से सवाल किया है, कि कई परिवारों के तबाह होने के बाद भी ऑनलाइन गैंबलिंग पर रोक क्यों नहीं लगाई जा रही है।