पुरी गोवर्द्धनपीठ के पीठाधीश जगत गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने सनातन धर्म में आस्था रखने वाले हिन्दू समाज को सम्बोधित करते हुए कहा, कि हिन्दू अभी सो रहे है,जबकि सिर के ऊपर काल का साया मंडरा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हिन्दुओं को जागने की सख्त जरूरत है।
पुरी गोवर्द्धनपीठ के पीठाधीश जगत गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज द्वारा आदित्य वाहिनी एवं आनंद वाहिनी के ओडिशा प्रांतीय परिषद की एक बैठक में उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते करते हुए कहा, कि मुंबई में ताज होटल एवं अन्य स्थानों पर हुए आतंकी हमले की घटना में आक्रमणकारी समुद्र रास्ते से आए थे। उन्होंने कहा, कि अब समुद्री सीमा का उल्लंघन कर आतंकवादी पवित्र स्थान पुरी जगन्नाथ मंदिर में भी प्रवेश कर सकते हैं। लगभग 28 वर्ष से आतंकवादी पुरी जगन्नाथ मंदिर की पवित्रता भंग कर नष्ट करने की योजना पर कार्य कर रहे है।
पुरी गोबर्द्धनपीठ के पीठाधीश्वर जगत गुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलनानंद सरस्वती जी महाराज द्वारा अपने संबोधन में कहा, कि साढ़े तीन साल में पवित्र स्थान को हिन्दुस्थान की अध्यात्मिक राजधानी एवं भारतवर्ष में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करनी है। माता सरस्वती की कृपा से यह कथन मेरे मुख से निकले है और भगवान श्री जगन्नाथ जी कृपा से यह निश्चित रूप से यह कथन अवश्य सिद्ध होगा।
जगत गुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलनानंद सरस्वती जी महाराज द्वारा कहा गया, कि वर्तमान में भारत के प्रत्येक गांव में आदित्य वाहिनी के संगठन का प्रसार तेजी से आगे बढ़ाना है। आज घर-घर में आदित्य वाहिनी का सदस्य बनाने की आवश्यकता है। दो दिवसीय इस प्रशिक्षण शिविर एवं बैठक लगभग 80 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया था।