कर्नाटक के सीएम मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने एक बहुप्रतीक्षित ऐतिहासिक घोषणा करते हुए कहा है, कि राज्य के हिन्दू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त करने का फैसला जल्द ही लिया जायेगा। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार (29 दिसंबर, 2021) को इस सम्बन्ध में कहा, कि हिन्दू मंदिरों को लेकर जो वर्तमान प्रावधान है, उनमें अगले बजट के दौरान परिवर्तन किया जाएगा।
Karnataka govt to bring law to ‘free Hindu temples’: CM Bommai .
Dr @Swamy39 https://t.co/EwgSHrMkD5— Hindu Nationalist (@Ravinder536R) December 29, 2021
ऑपइंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई ने स्वीकार किया, कि वर्तमान में जो कायदे – कानून है, उसके मुताबिक हिंदू मंदिरों को अपने विस्तार के लिए, अपनी ही आय का इस्तेमाल करने के लिए सरकारी तंत्र की मंजूरी लेनी पड़ती है। हिन्दू मंदिरो को नियंत्रित करने के लिए भिन्न – भिन्न सरकारी नियम-कानून है, जिनके द्वारा सरकार मात्र हिंदू मंदिरो को ही नियंत्रण करती है।
मुख्यमंत्री बोम्मई ने घोषणा करते हुए कहा, कि बजट सत्र से पूर्व ही हिन्दू मंदिरों को इन पाबंदियों से मुक्त करने के लिए जरुरी कदम उठाए जाएँगे। मंदिरों को स्वतंत्रता से संचालन के लिए सुविधा दी जाएगी और मात्र अधिनियम ही जारी रहेंगे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा, कि अन्य मान्यताओं और मजहबों के धर्मस्थल अलग कानून के जरिये से सुरक्षित है, और उन्हें अपने धर्मस्थलो को आजादी से संचालन करने की सरकार द्वारा मंजूरी प्राप्त है।
Karnataka CM Basavaraj Bommai has announced that the Hindu temples in Karnataka will be freed from government control. Very happy with this announcement. Thank you @BSBommai sir. ?? pic.twitter.com/hTVXzrceRj
— Bharath Bhatta (@BharathBhatta1) December 29, 2021
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सीएम बोम्मई ने ये महत्वपूर्ण विचार कर्नाटक में भाजपा की दो दिवसीय एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक के आयोजन के समापन के दौरान सभा के सामने रखे। सीएम बोम्मई ने धर्मांतरण संबंधी कानून के बारे में कहा, कि धर्मांतरण के खिलाफ कानून सिर्फ एक बिल ही नहीं बनेगा, बल्कि इसे पूर्ण रूप से क्रियान्वित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा एक स्पेशल टास्क फोर्स का भी गठन किया जाएगा।
वहीं कर्नाटक विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सिद्दारमैया ने ऐलान किया है, कि यदि राज्य में कांग्रेस सत्ता में वापसी करती है, तो उसके एक माह के भीतर इस धर्मांतरण विरोधी कानून को रद्द कर दिया जाएगा। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम बोम्मई ने कहा, कि विपक्षी नेता सिद्दारमैया का सपना कभी पूरा नहीं होगा, क्योंकि कांग्रेस की सत्ता में वापसी संभव नहीं है।