महाराष्ट्र की विवादित ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के साथ जुड़े विवाद बढ़ते ही जा रहे है। कुछ दिनों पहले वायरल हुए वीडियो में उनकी माँ किसानों को धमकाती हुई नजर आई। इसी वीडियो के इंटरनेट मीडिया में वायरल होने के बाद पुलिस ने बीते शुक्रवार को इस मामले में एक्शन लेते हुए मुकदमा दर्ज किया है। पुणे ग्रामीण पुलिस ने सोमवार को दावा किया है, कि पूजा के आरोपी माता-पिता फरार हैं और दोनों के फोन स्विच ऑफ आ रहे है।
पुणे ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक पंकज देशमुख ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि ‘आरोपी फरार हैं। हम उनसे संपर्क करने का प्रयास कर रहे है, लेकिन उनके फोन बंद हैं, जिसके कारण संपर्क नहीं हो पा रहा है। हम उनके घर भी पहुंचे, लेकिन वे वहां मौजूद नहीं हैं।’ उन्होंने बताया, कि स्थानीय अपराध शाखा की कई टीमें उनकी तलाश कर रही हैं। उनके फार्म हाउस और अन्य जगहों पर छानबीन की जा रही हैं। अगर वे लोग मिल जाते हैं तो हम उनसे पूछताछ करेंगे। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Maharashtra: On FIR filed against trainee IAS officer Pooja Khedkar's parents for allegedly threatening a local farmer, Pune Rural SP Pankaj Deshmukh says, "The accused are on the run, we are trying to contact them but they are not reachable as their phones are switched off. We… pic.twitter.com/K5wiHS3Woh
— ANI (@ANI) July 15, 2024
बता दें, कि मनोरमा और दिलीप खेडकर उन सात लोगों में शामिल है, जिन पर किसान की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। किसान ने दावा किया है, कि उसे प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी की मां मनोरमा खेडकर ने धमकाया है। बता दें, कि कुछ दिनों पहले वायरल हुए एक वीडियो में मनोरमा खेड़कर को पुणे जिले के मुलशी तालुका में पिस्तौल लहराते और ग्रामीणों को धमकाते हुए देखा गया था। पुलिस के अनुसार, यह वीडियो जून 2023 में रिकॉर्ड किया गया था।
गौरतलब है, कि आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर और उनके माता-पिता मौजूदा वक्त में चारों ओर से फँसे हुए हैं। पहले उनके ऊपर नीली-लाल बत्ती वाली कार, वीआईपी नंबर प्लेट, अलग चैंबर आदि सेवाओं के लिए अधिकारियों को परेशान करने के आरोप थे, लेकिन जब से ये पूरा मामला खुला है उसके बाद से उनके आईएएस बनने पर भी कई सवाल खड़े हो गए है। बता दें, कि पूजा खेडकर पर अपने पद का दुरुपयोग करने और सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए फर्जी विकलांगता और जाति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के आरोप हैं।