उत्तराखंड की राजधानी में चल रहे सार्वजानिक वाहन विक्रम महिलाओ की सुरक्षा के लिए चुनौती बन गए है। देहरादून के केंद्र घंटाघर के समीप ताजा मामले में विक्रम चालक ने युवती से अभद्रता के साथ छेड़छाड़ की।
जिस पर युवती द्वारा प्रतिरोध करने पर विक्रम चालक मुस्तकीम ने वाहन को सुनसान गली में गलत बदनीयत से ले गया। युवती ने अनहोनी की आशंका के चलते विक्रम से कूद कर अपनी इज्जत बचाई जिस कारण उसे काफी चोटे भी आयी है।
जानकारी के लिए आपको बता दे युवती 26 नवम्बर को शाम के वक्त रोजाना की तरह अपने संस्थान से ड्यूटी करने के पश्चात अपने घर को लौट रही थी। युवती घंटाघर चौक जाने वाले विक्रम में सवार हुई उस वक्त विक्रम में एक अन्य महिला भी सवार थी जो यमुना कॉलोनी तिराहे पर उतर गयी।
विक्रम के बिंदाल पुल की तरफ पहुंचने पर चालक मुस्तकीम ने युवती के साथ छेड़छाड़ और अभद्रता शुरू कर दी शहर के बीचो बीच युवती अपने पर हुए इस हमले से घबरा गयी ऒर उसने किसी प्रकार चालक मुस्तकीम का विरोध किया। परन्तु मुस्तकीम ने अपने वाहन को घंटाघर ना ले जाकर चकराता रोड स्थित शनि मंदिर वाली सुनसान गली की ओर मोड़ दिया।
मुस्तकीम से विक्रम को रोकने की गुहार युवती ने लगाई लेकिन मुस्तकीम ने विक्रम की गति और तेज कर दी इस पर अपने साथ किसी अनहोनी से डरी युवती ने चलते विक्रम से छलांग लगा दी इस कारण युवती गंभीर रूप से घायल हो गयी।
भगवान का शुक्र है उसी समय कैंट कोतवाली के दरोगा विजेंद्र सकलानी अपनी टीम के साथ वह से गुजर रहे थे। जिन्होंने घटना का तुरंत संज्ञान लेते हुए आरोपी मुस्तकीम पुत्र गुलाम रसूल निवासी सैयद मोहल्ला किशन नगर को पीछा करके पकड़ लिया। पुलिस द्वारा युवती को उपचार के लिए तत्काल अस्पताल ले जाया गया।
पुलिस द्वारा आरोपी मुस्तकीम को हिरासत में लिए जाने के पश्चात मात्र छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज किया गया जबकि युवती का अपहरण करने के साथ ही उस पर जानलेवा हमला भी किया गया। देहरादून के मुख्य चोराहो में इस प्रकार की घटना सोचनीय है की जब यहाँ अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है तो दूर दराज के क्षेत्रों में महिलाओ की सुरक्षा के क्या हाल होंगे ?