भारत और इंग्लैंड क्रिकेट टीमों के बीच लॉर्ड्स टेस्ट के 5वें दिन भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 151 रनों से हराकर पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में में 1-0 से बढ़त बना ली है। लॉर्ड्स के मैदान पर खेले जा रहे मैच के अंतिम दिन भारतीय गेंदबाजों के बदौलत इंडियन टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। भारत की यह लॉर्ड्स के मैदान में मिली यह जीत अब तक हुए 9 मैचों में तीसरी जीत है। भारतीय टीम ने इससे पूर्व वर्ष 1986 और 2014 में इस ऐतिहासिक मैदान पर अपनी विजय पताका फहराई थी।
भारतीय टीम की तरफ से दूसरी पारी में मोहम्मद सिराज ने 32 रन देकर सबसे अधिक चार विकेट झटके जबकि जसप्रीत बुमराह ने तीन, इशांत ने दो और मोहम्मद शमी ने एक विकेट लिया। भारत ने पांचवें के खेल में 181/6 के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया था। इससे पूर्व भारत के बल्लेबाज केएल राहुल (129) और रोहित शर्मा (83) की शानदार पारी के बदौलत पहली पारी में 364 स्कोर खड़ा किया।
इसके जवाब में इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट के द्वारा खेली की नाबाद 180 रन की पारी की वजह से विपक्षी टीम ने 391 रन बनाकर 27 रन की मामूली बढ़त बना ली थी। भारत और इंग्लैंड के मध्य लॉर्ड्स के मैदान में खेले जा रहे पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारतीय कप्तान विराट कोहली का प्रदर्शन अच्छा नहीं कहा जा सकता है। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट मैच की पहली पारी में 42 और दूसरी पारी में महज 20 रनों की मामूली पारी खेली।
That was some Test match #TeamIndia! ????
Enjoyed watching every moment of it. The resilience and grit that the team displayed in difficult situations is something that stood out for me.
Very well played! ☺️
#ENGvIND pic.twitter.com/BLpdMdNx2J
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) August 16, 2021
विराट बेशक बल्ले से ज्यादा प्रभावी न रहे हों, लेकिन उन्होंने कप्तानी के मामले में एक खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। विराट ने जैसे ही सोमवार को 298-8 के स्कोर पर भारत की दूसरी पारी घोषित की, वैसे ही वे 89 साल के भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहले ऐसे कप्तान बन गए, जिन्होंने क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स मैदान पर पारी घोषित की है।
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर चल रहा था और जब भारतीय टीम जीत के काफी नजदीक पहुंच गयी थी उस वक्त भी भारत को विपक्षी टीम के 5 विकेट गिराने की सख्त जरूरत थी। ऐसे में भारतीय टीम के गेंदबाज ने दूसरी पारी में गजब का कहर ढाया और कमाल की गेंदबाजी की। भारतीय गेंदबाजों के सामने अंग्रेज बल्लेबाजों की एक नहीं चली खासतौर पर कप्तान जो रूट की।
भारतीय गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड के बल्लेबाज जो रूट को पिच पर लंबा स्कोर खड़ा नहीं करने दिया। जो रूट दूसरी पारी में 60 गेंदों पर पांच चौकों की सहायता से महज 33 रन ही बना सके और जसप्रीत बुमराह ने उन्हें भारतीय कप्तान विराट कोहली के हाथों कैच कराकर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। इस मैच में केएल राहुल को मैन ऑफ द मैच चुना गया।