पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के अचानक अपने पद से त्यागपत्र की सूचना से आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस पार्टी की आंतरिक कलह दोबारा नजर आने लगी है। प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद पंजाब में कांग्रेस के सामने मुसीबत कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है। सिद्धू को कांग्रेस पार्टी ने लगभग दो माह पूर्व जुलाई में ही पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष के रूप में कमान सौंपी थी।
? सिद्धू का पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा
◾नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे दिया है.
आपको बता दें की नवजोत सिंह सिद्धू को इसी साल 23 जुलाई को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई थी.
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— Nabhas Times (@NabhasTimes) September 28, 2021
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, नवजोत सिंह सिद्धू के इस प्रकार अचानक इस्तीफा देने से पंजाब में कांग्रेस का राजनीतिक समीकरण बुरी तरह उलझ कर रह गया है। हाल ही में नवजोत सिंह सिद्धू के तमाम प्रयासों के चलते कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को नाराज कर उन्हें सीएम की कुर्सी से बेदखल कर दिया था। इससे पहले कांग्रेस पार्टी आलाकमान ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की नाराजगी को अनदेखा करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की कमान भी सौंप दी थी।
नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफे का पहला कारण अमरिंदर सिंह के कुर्सी से हटने के बाद वे स्वयं मुख्यमंत्री बनना चाहते थे। लेकिन पार्टी नेतृत्व ने सिद्धू की जगह चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बना दिया। चरणजीत सिंह चन्नी के नए मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद सिद्धू के सीएम के साथ विभिन्न मुद्दों पर सहमति नहीं बन रही थी।
हालाँकि नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने त्यागपत्र में साफ तौर पर कुछ नहीं लिखा है। सिद्धू ने पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी को लिखे अपने इस्तीफे में लिखा, कि वे अपने चरित्र के साथ कोई समझौता नहीं कर सकते और समझौता की वजह से व्यक्ति की मान सम्मान समाप्त हो जाता है। सिद्धू ने लिखा, कि वे भविष्य और पंजाब राज्य के हित के लिए बनाये गए एजेंडे के साथ समझौता नहीं कर सकते है, इसलिए मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूँ, किन्तु कांग्रेस की सदैव सेवा करता रहूंगा।
न्यूज मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सिद्धू पंजाब के नए मुख्यमंत्री के मत्रिमंडल में पोर्टफोलियो अपने मुताबिक नहीं बांटे जाने से और पंजाब के नए मंत्रिमंडल में सुखविंदर सिंह रंधावा को गृह मंत्री के अलावा डीजीपी और मुख्य सचिव की नियुक्ति से संबंधित कई मुद्दों को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से खासे नाराज बताए जा रहे थे। बता दे, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के अपने पद से इस्तीफे के बाद अब कैबिनेट मंत्रियों के इस्तीफे की सूचना आनी शुरू हो गई है।
जानकारी के अनुसार, कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना ने अपने मंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया है। वहीं पंजाब कांग्रेस के महासचिव योगेंद्र ढींगरा ने भी पद से इस्तीफा की पेशकश की है। राजनीतिक आपदा और इस्तीफों के बीच में पंजाब मंत्रिमंडल की आपात बैठक जारी है। इसके साथ ही परगट सिंह के भी इस्तीफा दिए जाने की चर्चा सुर्खियों पर थी। लेकिन उन्होंने कहा है, कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है। फिलहाल पंजाब कांग्रेस पार्टी और सरकार में मचे घमासान पर विपक्षी पार्टिया भी हरकत में आ गयी है।
Razia Sultana, who took as a Cabinet Minister of Punjab two days ago, resigns "in solidarity with Navjot Singh Sidhu", who stepped down as Punjab Congress president earlier today
She says, "Sidhu Sahab is a man of principles. He is fighting for Punjab and Punjabiyat." pic.twitter.com/XyL1fY4Ysq
— ANI (@ANI) September 28, 2021
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