भारत की अध्यक्षता में आयोजित G-20 शिखर सम्मेलन की सफलता की चर्चा पूरे विश्व में हो रही है। इस सम्मेलन में भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा के ऐलान को एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। इसी बीच सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद ने G-20 सम्मेलन के समापन के बाद भारत में एक दिवसीय राजकीय दौरे के दौरान कहा, “हम भारत, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच ऐतिहासिक कॉरिडोर स्थापित करने का प्रयास कर रहे है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नई दिल्ली स्थित ‘हैदराबाद हाउस’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद की बैठक हुई। ‘सऊदी-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप काउंसिल’ की बैठक के दौरान उन्होंने कहा, कि भारत के साथ वे एक इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने की भी योजना तैयार हो रही है। उन्होंने कहा, हालाँकि, ये काम कठिन है और इसमें अभी बहुत वक्त और मेहनत लगनी है।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद ने कहा, कि सऊदी अरब और भारत के संबंधों से दोनों देशों को लाभ होगा और दोनों देश साथ मिलकर भविष्य के अवसरो के लिए कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा, कि सऊदी अरब में रहने वाला भारतीय समाज हमारा ही हिस्सा है और हम उनका अपने नागरिकों की तरह ख्याल रखेंगे। वहीं इससे पूर्व भारत और सऊदी अरब के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों पर भी हस्ताक्षर हुए।
गौरतलब है, कि ‘सऊदी-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप काउंसिल’ की ये प्रथम बैठक थी, इसकी घोषणा 2019 में पीएम मोदी के पहले सऊदी अरब दौरे के दौरान की गई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने इन संबंधों में नए और आधुनिक आयाम जोड़ने की बात करते हुए सऊदी अरब को सबसे अहम स्ट्रैटेजिक पार्टनर्स में से एक बताया और दोनों को दुनिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था करार दिया। उन्होंने कहा, कि पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए यह साझेदारी बेहद महत्वपूर्ण है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक के दौरान कहा, “इस बैठक से हमारे संबंधों को एक नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी। हमें मानवता की भलाई के लिए कार्य करते रहने की प्रेरणा मिलेगी। हमने भारत, पश्चिम एशिया और यूरोप के बीच ऐतिहासिक कॉरिडोर स्थापित करने के लिए वार्ता की है। इससे हमारे बीच आर्थिक सहयोग, ऊर्जा का विकास और डिजिटल कनेक्टिविटी को बल मिलेगा। क्राउन प्रिंस के ‘विज़न 2030’ के माध्यम से सऊदी अरब जिस तेजी से आर्थिक-सामाजिक प्रगति कर रहा है, उसके लिए मैं उनका अभिनंदन करता हूँ।”
पीएम मोदी ने सऊदी अरब में रहने वाले भारतीयों के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता हेतु और G-20 की सफलता में योगदान के लिए भी सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद को धन्यवाद दिया। बता दें, 2019 के बाद सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस की ये भारत की दूसरी राजकीय यात्रा है। बैठक से पहले राष्ट्रपति भवन में उनका परंपरागत स्वागत किया गया। दोनों देशों के बीच आईटी, कृषि, फार्मा, पेट्रोकेमिकल और मानव संसाधन के क्षेत्रों में दो दर्जन से भी अधिक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए है।
"His Royal Highness Prince Mohammed bin Salman bin Abdulaziz Al Saud and I had very productive talks. We reviewed our trade ties and are confident that the commercial linkages between our nations will grow even further in the times to come. The scope for cooperation in grid… pic.twitter.com/yv1B1BtXSi
— ANI (@ANI) September 11, 2023
इस दौरान क्राउन प्रिंस ने भारत की प्रशंसा करते हुए कहा, कि इन समझौतों से दोनों देशों का भविष्य बेहतर होगा। बैठक के दौरान उन्होंने कहा, कि सऊदी अरब की आबादी का सात प्रतिशत हिस्सा भारतीय समाज का है, जिन्होंने मुल्क के आर्थिक विकास में अहम योगदान दिया है। क्राउन प्रिंस ने उम्मीद जताई है, कि ये काउंसिल दोनों देशों के नागरिकों की आकाँक्षाओं को पूरा करेगा। वहीं इससे पहले मोहम्मद बिन सलमान ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी भेंट की थी।